भोजपुर:सरकार बेहतर शिक्षा व्यवस्था के लाख दावे कर ले लेकिन जमीनी हकीकत ठीक इसके विपरीत है. इसकी बानगी दिखी जिले के कोईलवर स्थित राजकीयकृत मध्य विद्यालय में जहां 1500 बच्चों का पठन-पाठन महज चार कमरों में चलता है.
बता दें कि कि कोईलवर सोन नदी पर बन रहे सिक्स लेन पुल के एप्रोच रोड के लिए कोईलवर का तारामणि भगवान साव उच्चतर विद्यालय के भवन को अधिग्रहण किया गया है. जिसके बाद विद्यालय के भवन को तोड़ दिया गया है. वहीं उस विद्यालय में पढ़ने वाले 1500 बच्चों को बगल के विद्यालय में शिफ्ट किया गया है. जिससे बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
4 कमरों के स्कूल में 1500 बच्चों का हो रहा पठन-पाठन बच्चों की पढ़ाई हो रही बाधित
ठंड के मौसम के कारण उच्चतर विद्यालय के छात्रों की संख्या दिन प्रतिदिन कम होती जा रही है. ऐसे बच्चों के पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है. बच्चों का कहना है कि लगातार बढ़ती ठंड के कारण उन्हें विद्यालय आने में काफी परेशानी हो रही है. वो बार-बार वह जिला प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि जल्द से जल्द सरकार उन्हें नया भवन बनाकर दे ताकि वह सुचारू रूप से पढ़ाई कर सकें.
जानकारी देती छात्रा और प्रभारी प्रधानाचार्य ये भी पढ़ें-बोले RJD नेता- दिखावे के लिए नीतीश करते हैं यात्रा, आम लोगों को कभी नहीं मिला फायदा
सरकार को पहल करने की जरूरत
वहीं, स्कूल के प्रभारी प्रधानाचार्य भी मानते हैं कि कमरे कम होने से काफी परेशानी होती है. उन्होंने बताया कि हाई स्कूल के बच्चे सुबह 7:00 बजे से दोपहर के 11:00 बजे तक पढ़ाई करते हैं. इनके जाने के बाद मध्य विद्यालय के बच्चे दोपहर 12:00 बजे से 4:00 बजे तक पढ़ाई करते हैं. उन्होंने बताया कि जगह के अभाव में स्मार्ट क्लासेस भी बंद कर दिये गये है. प्रभारी प्रधानाचार्य ने कहा कि सरकार को इस ओर पहल करने की जरूरत है.