भागलपुर: स्मार्ट सिटी योजना के मद से 37 करोड़ की लागत से जिला स्थित सैंडिस कंपाउंड को सजाने और संवारने का काम सोमवार से शुरू हो गया है. कोलकाता की एजेंसी सिंघल एंटरप्राइजेज ने काम शुरू कर दिया है. 37 करोड़ रुपए की राशि से सैंडिस कंपाउंड और जयप्रकाश उद्यान का सौंदर्यीकरण किया जाएगा. इस कंपाउंड में स्पोर्ट्स कांपलेक्स, बैडमिंटन कोर्ट, चारदीवारी, जॉगिंग ट्रैक, क्लीवलैंड मेमोरियल हॉल निर्माण, खानपान के स्टॉल व खेल मैदान का विकास होगा.
पटना स्मार्ट सिटी की टीम के साथ भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ श्याम बिहारी मीणा, जिलाधिकारी प्रणव कुमार, नगर आयुक्त जे प्रियदर्शनी ने सैंडिस कंपाउंड में स्मार्ट सिटी के तहत होने वाले सौंदर्यीकरण कार्य का जायजा लिया. सैंडिस कंपाउंड में जिम और स्विमिंग पूल, पैदल पथ सहित वाटर फाउंटेन, वाटर पार्क बनाया जाएगा.
सैंडिस कंपाउंड में काम शुरू स्मार्ट सिटी शहरों की योजनाओं की समीक्षा
लॉकडाउन खत्म होने पर यहां आने वाले लोगों को सैंडिस कंपाउंड का एक नया रूप देखने को मिलेगा. बीते दिनों नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव आनंद किशोर ने राज्य के चार स्मार्ट सिटी शहरों की योजनाओं की समीक्षा की थी, जिसमें भागलपुर, मुजफ्फरपुर, बिहार शरीफ और पटना स्मार्ट सिटी शहर के अधिकारियों से योजनाओं की बारी-बारी से जानकारी ली थी.
37 करोड़ की लागत से शुरू हुआ कार्य
सूबे के सभी स्मार्ट सिटी शहरों में कंट्रोल एंड कमांड केंद्र भवन का भी निर्माण कराया जायेगा. इसके लिए 26.2 करोड़ की लागत से शहर में कंट्रोल एंड कमांड केंद्र भवन का निर्माण पुलिस लाइन में होना था. यहां विरोध होने के बाद मायागंज में स्वास्थ्य विभाग की जमीन को चिन्हित किया गया है. यहां भवन निर्माण के लिए विभागीय स्तर पर प्रक्रिया चल रही है. स्वीकृति मिलने के बाद काम शुरू किया जायेगा. नगर आयुक्त जे प्रियदर्शनी ने जानकारी दी कि सैंडिस कंपाउंड सुंदरीकरण का कार्य 37 करोड़ की लागत से शुरू हो गया है.
गंगा घाटों को किया जायेगा शामिल
उन्होंने कहा कि कार्य के दौरान अगर कोई पेड़ बीच में आएगा तो उसे डिस्ट्रॉय नहीं किया जाएगा. उसे दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा. बता दें कि स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर के टाउन हॉल को तोड़ा जायेगा. तीन गांगा घाटों के पास रिवरफ्रंट बनाये जाने की भी तैयारी चल रही है. बूढ़ानाथ घाट, साहित्यकार शरतचंद्र चट्टोपाध्याय के मामा का घर और घाट किनारे पुस्तक लिखने के लिए जाने जाने वाले माणिक सरकार घाट को भी इसमें शामिल किया जा सकता है.