भागलपुर:बिहार केभागलपुर जिला के नवगछिया व्यवहार न्यायालय में पदस्थापित एसीजेएम वन व सब जज फिरोज अकरम की पत्नी शगुप्ता शाहीन ने बीपीएससी द्वारा आयोजित 31वीं बिहार न्यायिक सेवा (31st Bihar Judicial Service) में सफल होकर सिविल जज बन गयी हैं. शगुप्ता शाहीन को परीक्षा में 150वां स्थान हासिल किया है. शगुप्ता शाहीन मूल रूप से कटिहार जिले की रहने वाली हैं.
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रांची से की मैट्रिक, भागलपुर से इंटर:शगुप्ता शाहीन ने सेंट जोशफ स्कूल भागलपुर से शुरुआती तालीम ली.उनके पिता मो शमशेर आलम भागलपुर में पदस्थापित थे. वर्ष 2004 में रांची के गौरीदत्त मंडलीय हाईस्कूल से मैट्रिक की परीक्षा पास की और वर्ष 2006 में सुन्दरवती महिला कॉलेज भागलपुर से इंटर किया. वर्ष 2012 में वाराणसी के अग्रसेन पीजी कालेज से बीए और वर्ष 2016 में पूर्णियां के बीएमटी लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई की. शगुप्ता शाहीन ने बताया कि उनकी 2008 में शादी हुई थी.
शादी के बाद भी पढ़ाई जारी रखा: उन्होंने बताया कि शादी के बादपरिवार की जिम्मेदारियों के साथ उसने अपनी पढ़ाई को भी जारी रखा. उनके पुत्र सुहाना फिरोज 11 वर्ष के हैं और पुत्री साइमा फिरोज सात वर्ष हैं. शाहीन कहती हैं कि दिन का समय तो वह बच्चों के देखभाल में लगा देती थी, लेकिन वे अक्सर रात में पढ़ाई करतीं थी. उन्होंने कहा कि उनकी सफलता में उनके पति का संपूर्ण योगदान है. उन्होंने उसे पढ़ाई जारी रखने के लिये लगातार प्रेरित किया और वे एक शिक्षक की भूमिका में भी रहे.
उन्होंने कहा कि युवा वर्ग लगन और निष्ठा के साथ मेहनत करें, स्वाध्याय पर अत्यधिक ध्यान दें, सफलता निश्चित मिलेगी. मालूम हो कि शाहीन का ससुराल पूर्णियां में है. उनकी सफलता पर गांव के लोगों में काफी हर्ष का माहौल है.