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VIP Chief Mukesh Sahni की 'संकल्प यात्रा' भागलपुर पहुंची, लोगों ने शपथ लेकर किया निषाद आरक्षण का समर्थन - Mukesh Sahni Sankalp Yatra

वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी इन दिनों अपनी निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा (Mukesh Sahni Sankalp Yatra) पर निकले हैं. इस यात्रा के दौरान वे रविवार को भागलपुर पहुंचे. यहां लोगों को हाथ में गंगा जल लेकर पार्टी को समर्थन देने की शपथ दिलाई. पढ़ें पूरी खबर..

वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी
वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Oct 1, 2023, 10:21 PM IST

मुकेश सहनी की भागलपुर में संकल्प यात्रा

भागलपुर :बिहार के भागलपुर में वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी की संकल्प यात्रा की शुरुआत कहलगांव त्रिमुहान पीपापुल के पास से हुई. इस दौरान उन्होंने हुंकार भरते हुए कहा कि निषाद ने पहले भी अपनी ताकत दिखाई है, अब ये आने वाली पीढ़ी के सुखद भविष्य के लिए हाथ में गंगाजल लेकर संकल्प भी ले रहे हैं. उन्होंने उपस्थित उत्साहित जनता में ऊर्जा का संचार करते हुए कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि दुश्मन ताकतवर है और हमे हराने के लिए हर हथकंडा अपनाएगा.

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संकल्प यात्रा में उमड़ी भीड़ : मुकेश सहनी ने चुनौती देते हुए कहा कि उनके पास ताकत है तो हमारे पास हौसला है, जिससे हम आज तक आगे बढ़े है और आगे भी बढ़ेंगे. यहां से यह संकल्प यात्रा श्री मठ माघी काली स्थान और धनौरा उच्च विद्यालय पहुंची. यहां भी हजारों लोगों के हुजूम को श्री सहनी ने हाथ में गंगाजल देकर संघर्ष करने का संकल्प दिलवाया. उन्होंने कहा कि संघर्ष से ही शिखर तक की यात्रा की जा सकती है.

"हम यहां अपने लोगों की हक और अधिकार की लड़ाई के लिए आए हैं. हम भी गरीब घर में ही जन्म लिये, लेकिन लड़ाई के बल पर यहां तक पहुंचे है कि प्रधानमंत्री को चुनौती दे सकते हैं. यह मेरा पावर है. सत्ता के लिए चाहे वार्ड का चुनाव हो, मुख्यमंत्री का चुनाव हो या प्रधानमंत्री का चुनाव हो. आपलोग अपने नेता के साथ रहिए, जैसे लालू यादव के साथ उनके लोग हैं और बीजेपी के साथ अगड़ी जाति के लोग".-मुकेश सहनी, वीआईपी प्रमुख

'हमें आरक्षण के लिए लड़ना होगा' : मुकेश सहनी ने कहा कि आज हमें जायज अधिकार के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है, तो इसका एक मात्र कारण है कि हमारे पूर्वज अपने अधिकार के लिए जागरूक नहीं हुए. कई राज्यों में आज निषादों को आरक्षण है लेकिन बिहार, यूपी और झारखंड में नहीं है. उन्होंने साफ लहजे में कहा कि पूर्वजों ने कठिनाइयों का सामना किया और आज अगर हम नही संघर्ष करेंगे तो आने वाली पीढ़ी को संघर्ष करना पड़ेगा.

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