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भागलपुर: स्मार्ट सिटी के विकास कार्यों में स्थानीय नेता लगा रहे हैं अड़ंगा, प्रमंडलीय आयुक्त का आरोप

भागलपुर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अन्तर्गत करीब डेढ़ करोड़ की लागत से हो रहे विभिन्न कार्यों में अनियमितता की शिकायत पर प्रमंडलीय आयुक्त वंदना किनी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, कार्य अवरुद्ध करने वालों पर होगी प्रशासनिक कार्रवाई, कार्य को प्रभावित करने की राजनीति की जा रही है .

भागलपुर
कार्यों में अनियमितता पर जमकर बरसी प्रमंडलीय आयुक्त

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Published : Dec 29, 2020, 7:17 AM IST

भागलपुर: जिले में स्मार्ट सिटी को लेकर भागलपुर आयुक्त वंदना कीनी द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कार्य की प्रगति को लेकर जानकारी दी गई. आयुक्त द्वारा बताया गया कि केंद्र सरकार के स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत चयनित भागलपुर शहर में फिलहाल 5 योजनाएं इंप्लीमेंटेशन स्टेज में हैं. जबकि 12 अतिरिक्त परियोजनाओं का विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन तैयार करने की कार्यवाही की जा रही है.

सैंडिस कंपाउंड में डेढ़ करोड़ की लागत से विकास कार्य
प्रमंडलीय आयुक्त वंदना किन्नी ने कहा कि सैंडिस कंपाउंड में करीब डेढ़ करोड़ की लागत से कई विकास कार्य करवाए जा रहे हैं. लेकिन कुछ स्थानीय राजनेता और कई लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए इसमें रुकावट डाल रहे हैं. स्पीच डेवलपमेंट के तहत सैंडिस कंपाउंड परियोजना में कुल 30 अलग अलग भागों में काम हो रहा है. उसमें वॉकवे का डेवलपमेंट, नेहरू मेमोरियल का जनाधार, लॉन टेनिस कोर्ट का जीर्णोद्धार, ओपन एयर थिएटर का जीर्णोद्धार और क्लीवलैंड मेमोरियल का का लगभग पूर्ण कर लिया गया है और कुछ कार्य प्रगति पर है.

प्रमंडलीय आयुक्त की प्रेस कॉन्फ्रेंस
'लगभग 5 से 6 फीसदी ही कार्य हुआ है लेकिन यहां के कुछ लोगों और राजनेताओं के द्वारा कार्य को बाधित करने की साजिश की जा रही है. इसी मद्देनजर भागलपुर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के छात्र और प्रचार के द्वारा भी कार्यस्थल पर आकर जांच की गई. जिसके लिए उन्होंने किसी ने प्राधिकृत नहीं किया था. इसलिए जिस तरह से स्मार्ट सिटी का कार्य सैंडिस कंपाउंड में प्रगति पर है. वैसे अगर कार्य को लेकर ओछी राजनीति और कार्य को अवरुद्ध करने का प्रयास किया गया तो सरकार उस पर कड़ी कानूनी कार्यवाही करने के लिए पूरी तरह से तैयार है. '.-वंदना किनी,आयुक्त

प्राचार्य पर होगी कानूनी कार्रवाई
वहीं भागलपुर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के छात्रों के द्वारा कुछ दिन पूर्व कार्य स्थल पर पहुंचकर सैंपल की टेस्ट की गई थी, जिसके बाद जब नगर आयुक्त के द्वारा भागलपुर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के प्रिंसिपल को उक्त छात्र के बारे में जानकारी दी गई तो भागलपुर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के प्राचार्य खुद भी जांच के लिए बिना किसी को बताए कार्यस्थल पर पहुंच गए और भारी मात्रा में कार्यस्थल से सैंपल्स को भी टेस्टिंग के लिए ले गए. इस पर उन्होंने कड़ी आपत्ति जाहिर की है. आयुक्त ने कहा कि भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से जांच टीम बिना अनुमति के निर्माण स्थल पर कैसे पहुंच गई. आयुक्त ने जांच टीम में शामिल सदस्यों और प्राचार्य पर कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है.

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