भागलपुर: बिहार ट्रक ओनर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष भानु शेखर प्रसाद सिंह शुक्रवार को 19 सूत्री मांग को लेकर डीएम प्रणब कुमार से मिलने पहुंचे. हालांकि, डीएम के कार्यालय में नहीं रहने के कारण मुलाकात नहीं हो सकी. इस दौरान डीएम कार्यालय के सामने मांगों को लेकर प्रदर्शन भी किया गया. सैकड़ों की संख्या में ट्रक ओनर अपने हाथों में मांग की प्रतियां लिए हुए खड़े थे. ट्रक ओनर एसोसिएशन ने कहा कि मोटर वाहन अधिनियम 2019 को वापस लिया जाए और पुराना मोटर अधिनियम लागू किया जाए.
भागलपुर: DM से मिलने पहुंचे ट्रक ओनर एसोसिएशन, 19 सूत्री मांगों को पूरा करने की अपील
भागलपुर बायपास पर बने टोल प्लाजा पर टोल संवेदक की ओर से ओवरलोड के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है. अपनी कई मांगों को लेकर ट्रक ओनर एसोसिएशन के सदस्य डीएम के कार्यालय पहुंचे.
ट्रक ओनर एसोसिएशन डीएम कार्यालय पहुंचा
ट्रक ओनर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष दीप नारायण सिंह ने कहा कि एनएच-80 की हालत जर्जर हो गई है, और उस पर अतिक्रमण जगह-जगह किया हुआ है. जिसकी मरम्मती को लेकर हमने कई बार जिला प्रशासन से मांग की. इसके बावजूद किसी तरह का कोई कार्रवाई नहीं की गई है. सड़क जर्जर होने के कारण हमेशा एनएच पर जाम लग रहा है. वहीं, भागलपुर बाईपास पर बने टोल प्लाजा पर टोल संवेदक की ओर से ओवरलोड के नाम पर मनमानी तरीके से अवैध वसूली की जा रही है. उन्होंने कहा कि नो एंट्री और जाम के मद्देनजर माइनिंग चालान पर अंकित समय वैधता का विस्तार किया जाए. सरकारी दर पर निर्धारित मूल्य के अनुसार बालू लोडिंग की व्यवस्था कराई जाए. भागलपुर एनएच-80 के किनारे अतिक्रमण को हटाया जाय जर्जर सड़क की मरम्मत की जाए.
समस्या को लेकर की चर्चा
वहीं, बिहार ट्रक ओनर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष भानु शेखर प्रसाद सिंह ने कहा कि हमने नवगछिया में भागलपुर और पूरे बिहार की समस्या को लेकर चर्चा की है. जिसमें पुराने ट्रक पुराने मोटर वाहन अधिनियम को लागू करने की मांग, भोजपुर जिला परिवहन अधिकारी के भ्रष्ट कायाकल्प और अवैध वसूली करने वालों के ऊपर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की. जेपी सेतु राजेंद्र सेतु और राज्य के बंद पड़े अन्य सेतु उत्तर बिहार से लौट रही खाली ट्रकों का परिचालन शुरू कराया जाए. जिससे कि महात्मा गांधी सेतु से पटना छपरा और आरा शहरों को भीषण जाम से मुक्त कराया जा सके. उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से जांच के नाम पर अवैध वसूली की जाती है उसके ऊपर रोक लगाई जाए. साथ ही कहा कि यदि हमारी मांगों पर विचार नहीं किया जाता है तो हम लोग 14 सितंबर से चक्का जाम करेंगे और मांगे मानने तक चक्का जाम चलता रहेगा.