भागलपुर: सूबे में लगातार बारिश से नदियां उफान पर हैं. गंगा और कोसी सहित अन्य सहायक नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है, जो रुकने का नाम नहीं ले रही है. वहीं, बीते 24 घंटे में भागलपुरमें (Flood In Bhagalpur) गंगा का जलस्तर 22 सेंटीमीटर बढ़ा है. इसके कारण बाढ़ का पानी एनएच- 80 पर पानी आ गया है. जिला प्रशासन ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से सुल्तानगंज के कृष्णगढ़ और सबौर के खनकित्ता में बैरिकेडिंग कर दी है ताकि लोग जान जोखिम में डालकर आवाजाही न करें. साथ ही वहां पर स्थानीय पुलिस की तैनाती की गई है.
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गंगा समेत सहायक नदियों के जलस्तर में हो रही वृद्धि से भागलपुर के 12 प्रखंड के लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. हालात यहां तक पहुंच गये हैं कि एनएच पर नाव चल रही है. शनिवार की शाम तक 36.41 मीटर तक जलस्तर पहुंच गया है. ये खतरे के निशान से 75 सेंटीमीटर अधिक है. बाढ़ का पानी तेजी से नए इलाकों में घुस रहा है. गंगा से सटे सबौर नाथनगर, सुल्तानगंज, कहलगांव और पीरपैंती इलाका सबसे ज्यााद प्रभावित है. सबौर नवटोलिया, जियाउद्दीन चौका, फतेहपुर, बाबूपुर, राजपुर समेत अन्य इलाके के सैकड़ों घर जलमग्न है. इलाके में तीन लाख से ज्यादा आबादी प्रभावित है. यहां लोग नाव से आवागमन कर रहे हैं. ऐसा लग रहा है जैसे एनएच पर सैलाब आ गया हो.
'सड़क पर बीते 5 दिनों से पानी बह रहा है. धीरे-धीरे बहाव काफी तेज हो रहा है. लैलख से भागलपुर शहर में दूध बेचने के लिए रोजाना साइकिल से आते हैं. पानी हो जाने के कारण धीरे-धीरे साइकिल लेकर करीब 5 किलोमीटर पैदल ही जा रहे हैं. गांव में पानी ही पानी है. दूध बेचकर जो पैसा होगा उससे राशन पानी का खरीद करेंगे. बाढ़ से हालात बहुत मुश्किल हो गये हैं. सरकार से कोई मदद नहीं मिली है.':- सुभाष यादव, बाढ़ प्रभावित