भागलपुर: शहर की जेनिफर प्रिया 12 साल की उम्र में देश के लिए गोल्ड जीतने का सपना देख रही है. अपने पिता से प्रेरित होकर जेनिफर महज 7 साल की उम्र से खुद को बैडमिंटन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ओलंपिक के लिए तैयार कर रही है.
पिता के सपनों को पूरा कर रही है जेनिफर, देश के लिए जीतना चाहती है गोल्ड मेडल
आंखों में जुनून और देश के लिए कुछ करने का जज्बा लिए 12 साल की जेनिफर प्रिया ने महज 7 साल की उम्र से बैडमिंटन को अपना साथी बना लिया है. पिता से प्रेरणा पाकर उनके सपनों को जीते हुए जेनिफर देश के लिए गोल्ड जीतना चाहती है.
पिता से मिली बैडमिंटन खेलने की प्रेरणा
इस सफर में मां प्रीति और पिता राकेश कुमार लगातार उसके साथ है. लगातार 5 सालों से अपने बेटी को टूर्नामेंट के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में लेकर जाते हैं. गौरवांवित मां कहती हैं कि अपने पिता से ही बेटी को प्रेरणा मिली है, और देश के लिए गोल्ड जीतना ही हम सभी का सपना बन गया है.
बेहतर खिलाड़ी बनाने के लिए लगातार कर रही मेहनत
कई प्रतियोगिताओं में अपने हुनर का लोहा मनवा चुकी जेनिफर कहती है कि बचपन में अपने पिता के साथ बैडमिंटन कोर्ट में जाया करती थी और उन्हें खेलते हुए देखती थी. तभी से इस खेल में उसकी दिलचस्पी हो गई. महज 7 साल की उम्र से ही जेनिफर ने बैडमिंटन को अपना साथी बना लिया. खुद को अब और बेहतर खिलाड़ी बनाने के लिए लगातार मेहनत कर रही है.