भागलपुर:बीपीएससी 68वीं परीक्षाका परिणाम आ चुका है. टॉप 10 में बेटियों का जलवा दिख रहा है. भागलपुर की मीमांसा ने अपने पिता के अधूरे सपने को पूरा किया है. उन्होंने परीक्षा में 10वां स्थान लाकर सहायक आयकर आयुक्त का पद हासिल किया. बड़ी बात तो यह कि मीमांसा ने कोई कोचिंग नहीं ली, बल्कि सेल्फ स्टडी कर ये सफलता हासिल की है.
सहायक आयकर आयुक्त बनी मीमांसा:शहर के जीरोमाइल चाणक्य विहार कॉलोनी की रहने वाली मीमांसा, दसवां रैंक लाकर सहायक आयकर आयुक्त बन गई हैं. मीमांसा की सफलता से परिवार वालों की खुशी का ठिकाना नहीं है. बताते चलें कि मीमांसा के पिता मिथिलेश कुमार यादव कोऑपरेटिव विभाग में कार्यरत हैं, वहीं उनकी मां कंचन देवी एक गृहणी है.
मीमांसा की मां ने क्या कहा?:परीक्षा परिणाम के बाद मीमांसा की मां ने कहा कि 'बिहार की बेटी आगे जाए ये सबके लिए गर्व की बात है. हम मूल रूप से बिहार के ही रहने वाले हैं, और वह बिहार के लिए कुछ करेगी इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है.'
'मेरे सपने को बेटी ने किया पूरा':मीमांसा के पिता भी अधिकारी बनना चाहते थे, लेकिन वो बन नहीं पाए. अब जाकर उनकी बेटी ने उनके अधूरे पड़े सपने को साकार किया, जिससे पिता के आंखों में खुशी के आंसू छलक रहे थे. बातचीत के दौरान पिता ने कहा कि 'मुझे अपनी बेटी पर गर्व है, उसने बहुत अच्छी उपलब्धी हासिल की है. मेरा सपना जो छूट गया था, वो इसने पूरा कर दिया है. हमारा टारगेट यूपीएससी है, सबके आशिर्वाद से वो यूपीएससी भी क्रैक करेगी.'
मीमांसा ने बताया सफलता का राज: वहीं मीमांसा ने भी अपनी सफलता का राज बताया है. उन्होंने अभ्यर्थियों से छोटे-छोटे टारगेट सेट करने की बात कही है. बताया कि परीक्षा के लिए उन्होंने कोई कोचिंग की सहायता नहीं ली थी, बल्कि सेल्फ स्टडी कर दूसरी बार में ही इस मुकाम को हासिल किया है.