भागलपुर: शहर के तिलकामांझी विश्वविद्यालय की लचर व्यवस्था से छात्र परेशान हैं. 60 वर्ष पूरे हो जाने के बाद भी यहां की प्रशासनिक व्यवस्था नहीं बदली और छात्र भवन के लगातार चक्कर लगाते रहते हैं.
तिलकामांझी विश्वविद्यालय में शिक्षकों की घोर कमी, छात्र जता रहे विरोध
तिलकामांझी विश्वविद्यालय की चरमरायी व्यवस्था से छात्र परेशान हैं. हाल में हुई 150 गेस्ट टीचरों की नियुक्ति के बाद शिक्षकों की संख्या लगभग 430 है. विश्वविद्यालय में अभी 200-300 शिक्षकों की जरूरत है.
शिक्षकों की कमी
हाल में किए गए 150 गेस्ट फैकल्टी की नियुक्ति के बाद भी अभी लगभग 250-300 शिक्षकों की जरूरत है. शिक्षकों की कमी से नियमित पढ़ाई नहीं होने के कारण छात्र परीक्षा का विरोध करते हैं.
विवादों में रही है यूनिवर्सिटी
यूनिवर्सिटी दिल्ली में कानून मंत्री रहे जितेंद्र सिंह तोमर की डिग्री को लेकर भी विवादों में रही है. यहां के अधिकारियों का कहना है कि कक्षाएं और सत्र नियमित कर दी गयी हैं. व्यवस्था के अभाव से यहां के छात्र विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ विरोध करते रहते हैं.