भागलपुर : बिहार सरकार के उद्योग मंत्री (Industry Minister) शाहनवाज हुसैन ने रविवार को भागलपुर पहुंचकर रेशम शिक्षण संस्थान का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने पूरे परिसर में घूम कर शिक्षण संस्थान का जाजया लिया. उन्होंने कहा कि जल्द ही रेशम शिक्षा से जुड़े कई पाठ्यक्रम को यहां शुरू किया जाएगा. एक समय बिहार में उद्योग मंत्रालय के अधीन भागलपुर का रेशम एवं वस्त्र संस्थान कभी एशियाई देशों के लिए नूर हुआ करता था. भागलपुरी रेशम की चमक एक फिर से लौटेगी.
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उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार में कृषि आधारित उद्योग की संभावनाओं के बीच टेक्सटाइल उद्योग की प्रबल संभावना है. खासकर भागलपुर के रेशमी मखमल मुलायम कपड़े की पहचान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आज भी है. बुनकर के हुनर को और निखारने के लिए सिल्क संस्थान को दुरुस्त कर डिग्री स्तर की पढ़ाई की शुरआत करेंगे. भागलपुर से मेरी पहचान है तो उस पहचान में सिल्क जान डाल देगी.
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बता दें कि ब्रिटिश शासन काल के 1922 में रेशम वस्त्र संस्थान की स्थापना बेहतर रेशम वस्त्र के उत्पादन के उद्देश्य की गई थी. जिले में 1922 में स्थापित और 1978 में पुनर्गठित रेशम एवं वस्त्र संस्थान में एक बार फिर से जान डालने के लिए बिहार सरकार के उद्योग मंत्री शैयद शाहनवाज हुसैन ने सिल्क की खोई चमक को वापस लाने के लिए जायजा लिया. रेशम संस्थान के कर्मियों से संस्थान की विशेष जानकारी भी ली.