भागलपुर:तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में बुधवार को सीनेट की बैठक का आयोजन किया गया. बैठक की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति डॉ. संजय कुमार चौधरी ने की. बुधवार को 5.96 अरब अनुमानित घाटे का बजट पेश किया गया. जिस पर विरोध और जमकर हंगामा हुआ. इसके बाद अंत में त्रुटि सुधार की शर्तों के साथ बजट को पास कर दिया. बैठक में सदस्यों ने बजट को सरकार के पास भेजने से पहले उसमें त्रुटि को सुधार करने के लिए कहा है.
2021- 22 का बजट पेश
प्रभारी कुलपति ने विश्वविद्यालय में हो रहे विकास कार्यों और अन्य योजनाओं से सदन को अवगत कराया. साथ ही आगामी कार्य योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी. वहीं, कुलपति प्रो. रमेश कुमार ने वित्तीय वर्ष 2021- 22 का बजट अभिभाषण सदन के सामने प्रस्तुत किया. अपने अभिभाषण के दौरान प्रति कुलपति ने कहा कि कुल अनुमानित बजट में विश्वविद्यालय के शिक्षकों और कर्मियों के वेतन और पेंशन मद की राशि को भी शामिल किया गया है.
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से यह राशि विश्वविद्यालय को उपलब्ध कराई जाती है, जबकि सरकार अपने हिसाब से बजट तैयार करती है. इस कारण दोनों मदन का जिक्र टीएमबीयू के बजट में किया गया है. यदि इस राशि को कम कर दिया जाए तो टीएमबीयू का अनुमानित घटा 2 अरब हो जाएगा. उन्होंने कहा कि पारित बजट में कुल अनुमानित घटा 6.05 अरब का है. लेकिन विश्वविद्यालय की दिखाई जाने वाली आय 12 करोड़ 15 लाख घटा दी जाए तो 5.96 रह जाएगा.