भागलपुर: देश के किसी भी कोने में यात्रा करने के लिए रेलवे का सहारा लेना पड़ता है. हालांकि रेलवे से यात्रा करना किसी पहाड़ चढ़ने के बराबर है. लम्बी यात्रा करने के लिए रिजर्वेशन की आवश्यकता होती है. लेकिन समय पर रिजर्वेशन टिकट मिल पाना बड़ा ही मुश्किल काम है.
यात्री रिजर्वेशन टिकट पाने के लिए ट्रैवल एजेंट का सहारा लेते हैं. लेकिन इसके बदले में अच्छी खासी रकम अदा करनी पड़ती है. टिकट महंगी खरीदने के पीछे की वजह रेल टिकट दलाल और ट्रेवल एजेंट हैं. आम यात्री को टिकट के कीमत से कहीं ज्यादा पैसा देना पड़ता है. हालांकि दलालों पर लगाम लगाने के लिए समय-समय पर आरपीएफ अभियान चलाती रहती है. इसी कड़ी में दलालों के खिलाफ पूरे देश में 'ऑपरेशन थंडर' के नाम से अभियान चलाया गया. इस अभियान में 387 लोग पकड़े गए हैं. पूर्व रेलवे में लगभग 50 दलालो को दबोचा गया है.
डीजी के नेतृत्व में चला 'ऑपरेशन थंडर'
आरपीएफ के डीजी के नेतृत्व में ऑपरेशन थंडर पूरे देश में चलाया गया. इसका उद्देश्य टिकट वेंडर पर कंट्रोल एवं कालाबाजारी रोकना है. यह अभियान काफी सफल रहा है. गर्मी में छुट्टियों के कारण लोगों को आने-जाने में किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो इसीलिए यह अभियान चलाया गया. इस अभियान में भागलपुर में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इन सभी के पास से रेलवे का टिकट बरामद किया गया है.
आरपीएफ आईजी अंबिका नाथ मिश्रा रेल आईजी ने दिए कई निर्देश
आरपीएफ आईजी अंबिका नाथ मिश्रा ने इस संबंध ने बताया कि टिकट कालाबाजारी को रोकने के लिए यह अभियान चलाया गया था. गौरतलब है कि यात्रियों के सुविधा के लिए कई स्पेशल गाड़ियां भी चलती है. लेकिन कालाबाजारी के कारण टिकट नहीं मिल पाता है. इसके लिए लगातार अभियान चलाने की आवश्यकता है. रेल आइजी ने रेल की सुरक्षा, स्टेशन परिसर और आस-पास में निगरानी रखने का निर्देश दिया है. सभी एक्सप्रेस गाड़ियों में सुरक्षा के लिए स्थानीय आरपीएफ इंस्पेक्टर को चाक-चौबंद व्यवस्था करने का निर्देश दिया है.