भागलपुर:भारतीय बच्चों में इन दिनों मोबाइल गेम और कंप्यूटर गेम का जबरदस्त क्रेज है. इन ऑनलाइन गेम्स में पब्जी का नाम बेशुमार है. इस गेम की दीवानगी युवाओं के बीच चरम पर है. गेम में हारने के बाद बच्चे अपनी जान तक दे रहे हैं. देश के कई हिस्सों में इस गेम का शिकार होने की खबरें रोज छप रही हैं.
चाइनीज मेड गेम पब्जी भारत के बच्चे और युवाओं के जिंदगी में जहर घोल रहा है. बीते दिन भागलपुर में भी इस किलर गेम पब्जी ने एक बच्चे की जान ले ली. बताया जा रहा है कि भागलपुर के दाऊदबाट निवासी रामविलास यादव का इकलौता पुत्र पीयूष कुमार ने इस गेम की खातिर फांसी लगा ली.
ताजा मामला
मृतक गेम एडिक्ट पीयूष ने अस साल प्रथम श्रेणी से इंटर पास किया था. घटना की सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल की तो कारणों का खुलासा हुआ. पीयूष दिन भर पब्जी खेलने में ही मशगूल रहता था. घटना के दिन पीयूष छत पर पब्जी खेल रहा था. उसकी मां ने कई बार पीयूष को खाना खाने के लिए आवाज दिया. लेकिन, पीयूष नहीं आया. बाद में पीयूष के पिता ने भी उसे फटकारा और गेम नहीं खेलने की नसीहत दी. परेशान होकर पीयूष सोने चला गया और बाद में उसने फांसी लगा ली. पीयूष ने खुदकुशी करने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा, जिसमें उसने लिखा सॉरी मम्मी पापा. अपने खुदकुशी के लिए उसने किसी को जिम्मेदार नहीं बताया. इस तरह एक मां-बाप की इकलौती औलाद ने मोबाइल गेम की वजह से अपनी जान दे दी.