बिहार

bihar

ETV Bharat / state

बुजुर्ग प्रोफेसर डालते हैं कागज के फूलों में जान, PM मोदी भी इनकी कला के मुरीद

प्रोफेसर संजय कुमार झा के फूलों को देखकर एक अमरीकी ने लिखा "आई बीकेम फुलड". इतना ही नहीं उनकी कला को देखकर आशा भोसले ने तो उनकी एक तस्वीर पर अपने नाम का ऑटोग्राफ भी दे दिया.

डिजाइन इमेज

By

Published : Nov 16, 2019, 8:39 AM IST

Updated : Nov 16, 2019, 11:29 AM IST

भागलपुर: अगर कोई कुछ नया करने की जिद ठान ले तो उसके लिए कुछ भी मुश्किल नहीं रह जाता. बिहार के भागलपुर में रहने वाले 70 वर्षीय प्रोफेसर संजय कुमार झा ने कागज से करामात दिखाने की जो ठानी, तो उसे करके ही दम लिया. यही वजह है कि उनके हुनर को सराहने वालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व राष्ट्रपति जाकिर हुसैन और लोकप्रिय गायिका आशा भोसले तक शामिल हैं.

कागज का गुलाब

साधारण जिंदगी जीते हैं संजय झा
प्रोफेसर संजय झा कागज से ऐसा गुलाब बनाते हैं कि असली और नकली में फर्क करना मुश्किल हो जाता है. इन दिनों संजय झा को लोग फूल वाले प्रोफेसर के रूप में जानने लगे हैं. भागलपुर के प्रोफेसर कॉलोनी में संजय झा अपनी पत्नी के साथ लाल कोठी में रहते हैं. बहुत सीधी-साधी जिंदगी जीने वाले संजय झा इतने स्वाबलंबी हैं कि खाना पीना, कपड़ा धोना यहां तक कि अपना बाल भी वह खुद ही काटते हैं.

कला को सीखने की ठानी जिद
संजय झा ने बताया, '14-15 साल की उम्र में मैंने एक दिन मुहल्ले में देखा कि एक व्यक्ति लोगों को कागज का फूल बनाकर दिखा रहा था. मैंने जब उससे उसकी इस कला के बारे में पूछा तो उसने टाल दिया. इसके बाद मैंने इस कला को सीखने की जिद ठान ली. यहीं से कागज का फूल बनाने का मेरा सफर शुरू हुआ.'

फूल को देखते सीएम नीतीश व अन्य

खूब मिलती थी लोगों की वाहवाही
संजय कहते हैं कि 50 साल की अथक मेहनत के बाद वह इस मुकाम पर पहुंचे हैं.प्रो. संजय ने बताया, 'युवा अवस्था में सुबह अखाड़े में, दोपहर स्कूल, कॉलेज और शाम कागजों से खेलने में बीतती थी. कागज जब आकार लेता था, तब लोगों की वाहवाही भी मिलती थी. लेकिन मेरी जिद थी कि ऐसा बनाऊं कि नकली और असली में फर्क न लगे.'

मेडल को निहारते प्रोफेसर संजय झा

बड़े भाई और दोस्तों ने की मदद
प्रो. संजय ने बताया, कि 'भागलपुर विश्वविद्यालय में वनस्पति विज्ञान विभाग का अध्यापक बन जाने के बाद रिसर्च की मेरी दुनिया बड़ी हो चुकी थी. मैं चाहता था कि जो गुलाब बनाऊं, उसकी पखुंड़ियों को मसलने के बाद वैसा ही रस निकले, जैसा असली गुलाब में होता है. आकार तो आ गया था, लेकिन टेक्सचर और रंग पर भी काम करना था. 'उन्होंने बताया कि इस काम में उनके बड़े भाई और पटना स्कूल ऑफ आर्ट के प्राचार्य उदय कांत झा और मुंबई में व्यावसायिक आर्ट के चर्चित नाम अक्कू झा ने मदद की. कई साल की लगातार मेहनत के बाद लोगों ने वो गुलाब देखा, जिसमें सुगंध भी थी और रंग भी.

तस्वीर पर आशा भोसले का ऑटोग्राफ

कई हस्तियां हुई इनके हुनर पर फिदा
संजय झा कहते हैं कि कई प्रतियोगिताओं में निर्णायकों ने भी धोखा खाया. मुंबई में जब उन्होंने ने अपना बनाया गुलाब प्रख्यात गायिका आशा भोसले को भेंट किया तो वह मानने के लिए तैयार ही नहीं थीं कि उनके हाथ में जो गुलाब है, वो प्रकृति की देन नहीं, किसी हुनरमंद हाथों का कमाल है. पूर्व राष्ट्रपति जाकिर हुसैन भी उनके हुनर पर फिदा थे.

ये भी पढ़ेंः पटना: पुस्तक मेला में यक्षिणी पुस्तक पर परिचर्चा, लोगों की उमड़ी भीड़

अमेरिका के 'हवाई स्टेट' ने किया सम्मानित
प्रो. झा को इस सफलता के लिए अमेरिका के 'हवाई स्टेट' की ओर से सम्मानित किया गया है और फेलोशिप भी दी गई है. अहमदाबाद के आईआईएम ने भी उनको सम्मान दिया है. उनके बनाए फूल को देखकर कई लोगों ने जबरदस्त कमेंट दिया है. एक बार एक अमरीकी ने उनके फूल को देखकर लिखा "आई बीकेम फुलड" उनकी एक तस्वीर पर आशा भोंसले ने उनके कला को देखकर अपने नाम का ऑटोग्राफ भी दिया है.

पटना संग्रहालय में फूल को देखते पीएम मोदी

पटना संग्रहालय में रखी गई बोनसाई
गुलाब के बाद उन्होंने कागजों से कुकुरमुत्ते, कागजों के पंख, कागजों से बने पेड़-पौधे, गार्डन, कलम, कई पौधों की बोनसाई बनाई, जिस देखकर एकबारगी यकीन नहीं होता.उनका बनाया गया एक बोनसाई पटना के बिहार संग्रहालय में रखा गया है. संग्रहालय के दौरे के क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कागज के बनाए गए इस बोनसाई की तारीफ कर चुके हैं.

बुजुर्ग प्रोफेसर डालते हैं कागज के फूलों में जान

17 नवंबर को मिलेगा राष्ट्रीय सम्मान
प्रो. संजय को कला के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए मुंगेर में परमहंस स्वामी निरंजनानंद सरस्वती 17 नवंबर को आचार्य लक्ष्मीकांत मिश्र राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित करेंगे. वाकई कागज के फूल में जान आ सकती है, यह भागलपुर के रिटायर्ड प्रोफेसर संजय झा के बनाए फूलों को देखकर महसूस किया जा सकता है. अपने उत्कृष्ट कला के लिए प्रोफेसर संजय झा को इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट की तरफ से भी सम्मानित किया गया है.

Last Updated : Nov 16, 2019, 11:29 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details