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Sawan 2023: मिनी देवघर के नाम से जाना जाता है भागलपुर का यह मंदिर, भोलेनाथ करते हैं भक्तों की मुराद पूरी - etv bharat

सावन महीने की शुरुआत हो चुकी है. वहीं भागलपुर जिले के मिनी देवघर के नाम से प्रसिद्ध बाबा ब्रजलेश्वर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है.10 जुलाई को पहली सोमवारी है, इसको लेकर मंदिर में भव्य तैयारी की गई है.

Temple of Bhagalpur known as Mini Deoghar
Temple of Bhagalpur known as Mini Deoghar

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Published : Jul 7, 2023, 9:53 AM IST

Updated : Jul 7, 2023, 11:50 AM IST

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भागलपुर:सावन के महीने में शिवालयों की भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. जलाभिषेक करने के लिए लोग कटारबद्ध होकर अपनी बारी का इंतजार करते देखे जा सकते हैं. वहीं सावन मास में पहली सोमवारी को लेकर प्रशासन भी चुस्त-दुरुस्त है मंदिर कमेटी भी तैयार है.

पढ़ें-Sawan 2023: पटना में है साढे़ 5 फीट का शिवलिंग.. जिसपर मां गौरी और भगवान शिव की है आकृति.. आप गए हैं क्या

पहली सोमवारी को लेकर विशेष तैयारी: सावन में तरह-तरह के कांवर लेकर कावड़िए मंदिर परिसर में पहुंचते हैं. इनमें से कई कांवड़ 50 फीट तक का होता है. जिला प्रशासन एवं मंदिर ट्रस्ट की ओर से मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो इसको लेकर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.

प्रसिद्ध बाबा ब्रजलेश्वर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़

मंदिर की कैसे हुई स्थापना: मंदिर का 400 साल पुराना इतिहास रहा है. बाबा भोले का यह दरबार लोगों के बीच मिनी देवघर के नाम से प्रख्यात है. बाबा ब्रजलेश्वर महादेव मंदिरके पुजारी बताते हैं कि बाबा ब्रजलेश्वर अकाल मौत को भी टाल देते हैं. यह मंदिर की स्थापना क्षेत्र के ही राजा झब्बन सिंह ने जन सहयोग से करवाया था.

मिनी देवघर के नाम से जाना जाता है भागलपुर का यह मंदिर

राजा को सपने में महादेश ने दिया था आदेश: मंदिर के जगह पर पूर्व में जंगल हुआ करता था. जंगल में चरवाहा की गाय हर रोज एक निश्चित स्थान पर अपना सारा दूध बहा देती थी, इसको लेकर आसपास के इलाके में चर्चा हुई तो लोगों ने साहस कर उस जगह को कुदाल से खुदाई की तो वहां शिवलिंग पाया. उसी दिन रात को राजा को महादेव ने सपना दिया कि यहां पर मंदिर का निर्माण होना चाहिए. मंदिर का निर्माण तब से यहां पर हो रखा है.समय-समय पर मंदिर का मेंटेनेंस वहीं के लोगों के द्वारा किया जाता है.

40 किलोमीटर पैदल यात्रा कर चढ़ाते हैं जल:मंदिर के बारे में वहां के पुजारी बताते हैं कि सोमवार को बैरागन का दिन होता है, जहां पर की हजारों लोग जल अर्पण करने मंदिर पहुंचते हैं. सुल्तानगंज के अगवानी घाट से जल भरकर 40 किलोमीटर पैदल यात्रा करते वक्त मरवा पहुंचते हैं.

"सुरक्षा एवं विधि व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस बल व ग्रामीण स्वयंसेवक भी तैनात रहते हैं. यह मनोकामना मंदिर है यहां से कोई भक्त खाली नहीं जाता है. बाबा की चौखट पर आने वाले भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. सावन के माह में खासकर विशेष कर जनसैलाब यहां उमड़ता है."- पुजारी

भोलेनाथ करते हैं भक्तों की मुराद पूरी

सीसीटीवी कैमरे से रखी जाएगी नजर: नवगछिया एसपी सुशांत कुमार सरोज ने बताया कि सावन को लेकर मड़वा के बाबा ब्रजलेश्वर महादेव मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. वहीं स्थानीय थाना झंडापुर ओपी के पुलिसकर्मी एवं अन्य पुलिसकर्मी मौजूद रहेंगे. भीड़भाड़ वाली जगहों पर सीसीटीवी कैमरे से खासी नजर रखी जाएगी.

"मंदिर में आने वाले कांवड़ियों को जल अर्पण करने की कोई परेशानी ना हो इसके लिए मेला कमेटी ने कांवरियों की सेवा के सुरक्षा के लिए वाहन पार्किंग की व्यवस्था करवाई है. वहीं श्रावणी मेला में पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी व पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की जाएगी."- सुशांत कुमार सरोज, नवगछिया एसपी

"कई ग्रामीण गंभीर बीमारी से ग्रसित थे और एम्स अस्पताल से डॉक्टरों ने उन्हें घर जाने को कह दिया था. वहीं बाबा की कृपा पर बाबा के दरबार में आने पर वह ठीक हो गए हैं. हमें बाबा पर बहुत आस्था है. यह मंदिर मिनी देवघर के नाम से जाना जाता है."- रूपेश कुमार, स्थानीय नागरिक

Last Updated : Jul 7, 2023, 11:50 AM IST

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