भागलपुर: कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन(Lockdown In Bihar) का असर खेलों पर भी देखने को मिल रहा है. लॉकडाउन के बाद भागलपुर में स्थित एकलव्य केंद्र (Eklavya Training Center) को अब तक नहीं खोला गया है. केंद्र न खुलने से एकलव्य केंद्र से जुड़े खिलाड़ियोंका मनोबल टूटता जा रहा है. शहर के राजकीय बालिका इंटर स्तरीय स्कूल स्थित एकलव्य आवासीय प्रशिक्षण केंद्र 2020 से ही बंद है. जबकि राज्य के दूसरे जिले में एकलव्य केंद्र संचालित किए जा रहे हैं. ऐसे में जिले का सेंटर बंद होने से खिलाड़ियों को काफी परेशानियां हो रही है.
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भागलपुर एकलव्य केंद्र से जुड़ी भाला फेंक महिला खिलाड़ी मीनू सोरेन और महिला धावक मुस्कान सिन्हा ने बताया कि उनके खेल पर असर पड़ रहा है. अभी हाल ही में खेल दिवस के मौके पर केंद्र से जुड़े भाला फेंक महिला खिलाड़ी मीनू सोरेन वुशु, नेशनल खिलाड़ी अर्पिता दास और दीया कुमारी को सम्मानित किया गया है. तीनों खिलाड़ियों ने बिहार को पुरस्कार दिलाया है और बिहार का नाम पूरे देश में रोशन किया है.
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एकलव्य केंद्र बंद होने से खिलाड़ी काफी निराश हैं. प्रशिक्षण केंद्र बंद होने के कारण खिलाड़ियों के अभ्यास पर सीधा असर पड़ रहा है. केंद्र बंद होने के कारण प्रतियोगिता भी आयोजित नहीं हो रहे है. केंद्र बंद होना खिलाड़ियों के लिए कई स्टेप पीछे जाने के बराबर साबित हो रहा है.
'एकलव्य केंद्र खोलने को लेकर मुख्यालय से बातचीत चल रही है. भागलपुर एकलव्य केंद्र से जुड़ी सारी जानकारी से अवगत मुख्यालय को कराया गया है. निर्देश मिलने के बाद केंद्र को खोला जाएगा. राज्य में पहले फेज में नालंदा, पटना, सासाराम, रोहतास में एकलव्य केंद्र खोला गया है. दूसरे फेज में भागलपुर केंद्र को खोला जाएगा.'-प्रमोद कुमार यादव, जिला खेल पदाधिकारी
जिला खेल पदाधिकारी ने बताया कि केंद्र बंद होने के कारण खिलाड़ियों की प्रैक्टिस बाधित हो रही है. इस केंद्र से जुड़े कई खिलाड़ियों ने भागलपुर के लिए पदक भी जीत कर लाया है. केंद्र खुलने के बाद वे लोग फिर से अपने खेल को बेहतर कर भागलपुर के लिए पदक लाएंगे. जिससे जिले के साथ-साथ बिहार राज्य का भी नाम रोशन होगा.
एकलव्य केंद्र से जुड़े खिलाड़ियों के पठन-पाठन पर भी असर पड़ रहा है. केंद्र से प्रशिक्षण ले रहीं खिलाड़ी मुस्कान सिन्हा अपने घर नालंदा को छोड़कर भागलपुर में ही इंटर कॉलेज में नामांकन कराया है. लेकिन केंद्र बंद रहने के कारण वे भागलपुर में नहीं रह रही है. ऐसे में उनकी पढ़ाई भी बाधित हो रही है. मुस्कान सिन्हा 800 और 1000 मीटर की दौड़ प्रतियोगिता में राज्य स्तर पर पदक जीतकर नाम रोशन किया है.