बिहार

bihar

ETV Bharat / state

एनटीपीसी के निजीकरण का कर्मचारियों में जबरदस्त विरोध, परिवार सहित निकाला कैंडल मार्च - Candle march against privatization

एनटीपीसी के कर्मचारीयों ने निजीकरण के विरोध में कैंडल मार्च निकाला. साथ ही इस कैडल मार्च में हजारों की संख्या में महिला, बच्चे और बुजुर्ग ने हिस्सा लिया. वहीं, मार्च में शामिल सभी लोगों ने एक स्वर में एनटीपीसी को निजीकरण करने के खिलाफ अपना आवाज बुलंद किया.

Bhagalpur

By

Published : Nov 17, 2019, 3:19 AM IST

भगलपुर:जिले के कहलगांव में एनटीपीसी पदाधिकारी महासंघ के बैनर तले एनटीपीसी के निजीकरण के विरोध में कैंडल मार्च निकाला गया. यह मार्च पीटीएस आवासीय परिसर से शुरू होकर शुरू होकर होकर पूरे टाउनशिप का भ्रमण करने के बाद दुर्गा स्थान पहुंचा. जहां लोगों ने सरकार खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
निजीकरण के खिलाफ किया आवाज बुलंद
बता दें कि इस कैंडल मार्च में हजारों की संख्या में महिला, बच्चे और बुजुर्ग ने हिस्सा लिया और भारत सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मार्च में शामिल सभी ने एक स्वर में एनटीपीसी को निजीकरण करने के खिलाफ अपना आवाज बुलंद किया. वहीं, लोगों ने भारत सरकार के नीतियों के खिलाफ कैंडल जलाकर विरोध प्रदर्शन किया.

महिला, बच्चे और बुजुर्ग ने निकाला मार्च
उग्र आंदोलन करने की दी चेतावनीएनटीपीसी पदाधिकारी महासंघ के महासचिव विजय कुमार सिंह ने कहा कि भारत सरकार ने एनटीपीसी को जिस तरह से निजी हाथों में देने का फैसला किया है, यह कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे. इसके खिलाफ आज हम लोग अपना विरोध करने के लिए यह कैंडल मार्च निकाला है, यदि इस पर भी भारत सरकार निजीकरण का फैसला वापस नहीं लेती है, तो हम उसके खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे.
निजीकरण के खिलाफ कर्मचारियों ने किया विरोध प्रदर्शन
'सरकार कर रही है षड्यंत्र' एनटीपीसी पदाधिकारी महासंघ के महासचिव ने बताया कि सरकार पूर्व में एनटीपीसी समेत कई सरकारी कंपनियों की स्थापना की थी, ताकि देश का विकास हो सके. उन्होंने कहा कि एनटीपीसी के निजी कारण देश को काफी नुकसान होगा. वहीं, एनटीपीसी सरकार को प्रतिवर्ष 8 सौ करोड़ का लाभांश देती है, फिर भी सरकार लाभ देने वाली कंपनियों को बेचने का षड्यंत्र रच रही है, जिसका हम लोग तीव्र विरोध करते है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details