भागलपुरः गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि के कारण तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए सरकारी राहत शिविर की व्यवस्था की गई है. इसका जायजा लेने ईटीवी भारत के संवाददाता तिलकामांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी टीला कोठी पहुंचे. जहां लोगों ने इसकी पोल खोल कर रख दी.
बाढ़ पीड़ितों के राहत शिविर में नहीं है मुकम्मल व्यवस्था, दिन में एक ही समय मिलता है खाना - bhagalpur latest news
बाढ़ पीड़ितों के लिए बनाए गए पंडाल से पानी टपकता रहता है. राहत कार्य के लिए जो भी सरकारी दावे किए गए थे सब खोखले निकले. यहां पानी भोजन दवा आदि की पर्याप्त व्यवस्था नहीं हे.
नहीं है कोई व्यवस्था
पीड़ितो ने बताया कि जो पंडाल लगाए गए हैं उससे पानी टपकता रहता है. जिससे काफी परेशानी होती है. मवेशियों को पर्याप्त चारा नहीं मिल पा रहा है. समय से उन्हें खाना नहीं मिलता है और दिन भर में एक बार ही खाना दिया जाता है. शिविर में रह रही एक महिला ने बताया कि वह 7 दिनों से यहां रह रही है. यहां दवा की कोई व्यवस्था नहीं है. मच्छरों के लिए दवा का छिड़काव भी नहीं किया जा रहा है.
सरकारी दावे निकले खोखले
गोद में बच्चे को लिए एक महिला ने बताया कि यहां कोई व्यवस्था नहीं है. बच्चों के लिए अलग से सरकारी व्यवस्था की जो बात कही गई थी वो नहीं मिल रही है. दिन भर बारिश में भीगने से ठंड के कारण कई पशु मर गए हैं. पीने के लिए शुद्ध जल की भी व्यवस्था नहीं है. जिससे बीमार होने का डर लगा रहता है.