भागलपुर:कोरोनाके बढ़ते संक्रमण के बीच सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर बड़े-बड़े दावे करने से नहीं थकती है. लेकिन मौजूदा हालात ठीक इसके उलट है. बिहार के सबसे बड़े अस्पताल जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की हालत भी काफी खराब है. यहां पोस्टमॉर्टम के बाद शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस भी उपलब्ध नहीं है. मजबूरी में परिजन जुगाड़ गाड़ी पर अपनों के शवों को ढोने के लिए मजबूर हैं.
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मरने के बाद भी जुगाड़
अस्पताल परिसर में एक जुगाड़ गाड़ी की तस्वीर नजर आई. पोस्टमार्टम के बाद मजबूर होकर मृतक के परिजन शव को जुगाड़ गाड़ी से लेकर जा रहे थे. जब ईटीवी भारत संवाददाता ने उनसे बात की तो उन्होंने अपनी परेशानी बतायी. परिजनों ने बताया कि काफी इंतजार के बाद भी उन्हें एंबुलेंस मुहैया नहीं कराया गया.
शव वाहन नसीब नहीं
भागलपुर के नाथनगर में बाइक पर सवार होकर बारात जाने के क्रम में एक सड़क हादसे में दो युवकों (ममेरे और फुफेरे भाई) की मौत हो गई थी. पोस्टमोर्टम के बाद उनका शव ले जाने के लिए वाहन नसीब नहीं हुआ.
बताया जाता है कि जगदीशपुर निवासी 25 वर्षीय विनोद मंडल और 22 वर्षीय शिवम कुमार गांव के एक बारात में शामिल होने बाइक पर सवार होकर जा रहे थे. तभी नाथनगर थाना क्षेत्र के दोगछि के पास सड़क हादसे में बाइक सवार एक युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि दूसरा युवक गम्भीर रूप से घायल हो गया. स्थानीय लोगों की मदद से उसे मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई.