भागलपुर: बिहार के भागलपुर जिले में हर साल की तरह इस साल भी बाढ़ (Bihar Flood) ने कहर बरपाया है. इसी कड़ी में बिहपुर के कहारपुर गांव में बाढ़ से भयभीत लोग अपने ही घरों को तोड़ कर पलायन करने को मजबूर हैं. बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि इलाके में लगातार कटाव जारी है. ऐसे में हमारा मकान टूटेगा. लेकिन मकान के निर्माण में लगे ईंट, सरिया समेत कई निर्माण सामग्री बर्बाद हो जाएगी. इससे अच्छा है कि क्यों न अपने से ही मकान को तोड़ दें.
बिहपुर प्रखण्ड अंतर्गत हरिओम पंचायत के कहारपुर गांव के बाढ़ पीड़ितों के मुताबिक गांव में कटाव तेज हो गई है. आये दिन समस्याएं कम होने के बाजाये बढ़ती जा रही हैं. हमारे पास अभी तक प्रशासनिक सुविधाएं नहीं पहुंची हैं. गांव के चारों ओर पानी ही पानी है. गांव से बाहर निकलने के लिए नाव ही एक मात्र सहारा है. लेकिन दुर्भाग्य यह है कि यहां के लोगों के लिए प्रशासन की तरफ से एक नाव की भी व्यवस्था नहीं कराई गई है.
कटाव पीड़ितों ने बताया कि हम सभी अब अपने हाथों से खुद के आशियानों तोड़ कर रहे हैं. बचने के लिए ऊंची जगहों पर शरण ले रहे हैं. उन्होंने बताया कि नदी पार कर गांव से बाहर निकलने पर NH-31 एवं रेलवे ट्रैक के दोनों तरफ हमने टेंट बनाकर अपना आशियाना बनाया है. उन्होंने कहा कि बारिश के समय में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कभी-कभी ऐसी बन जाती है कि हमें रात-रात भर जागना पड़ता है कि कहीं कटाव अधिक तेज ना हो जाए.