भागलपुर: कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को लेकर भागलपुर के अधिवक्ता 27 अप्रैल से 3 मई तक न्यायालय कार्यों से अलग रहेंगे. इस बात की जानकारी जिला विधिज्ञ संघ के महासचिव संजय मोदी ने विज्ञप्ति जारी कर दी. इसकी लिखित सूचना जिला जज को भी दी गई और आग्रह किया है कि लंबित जमानत के आवेदनों पर अपने स्तर से निर्णय लें.
भागलपुरः 27 अप्रैल से 3 मई तक कोर्ट के कामों में हिस्सा नहीं लेंगे वकील
जिला विधिज्ञ संघ के महासचिव संजय मोदी ने एक विज्ञप्ति जारी की है. जिसमें कहा गया है कि भागलपुर के अधिवक्ता 27 अप्रैल से 3 मई तक न्यायालय कार्यों में हिस्सा नहीं लेंगे.
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से भी नहीं लेंगे भाग
संजय मोदी ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि 27 अप्रैल से 3 मई तक सभी वकील वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए या किसी भी अन्य माध्यम से न्यायालय के कार्यों से खुद को अलग रखेंगे.अधिवक्ता मुवकिलों से ना तो मिल सकते हैं और ना ही जरूरी कागजात ही उपलब्ध करा सकते हैं. उन्होंने कहा कि जान है तो जहान है.
खुले रहेंगे कार्यालय
संघ के महासचिव ने कहा कि 3 मई को स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आगे का निर्णय लिया जाएगा. इस दौरान संघ का कार्यालय खुला रहेगा. कोविड-19 की आपदा की घड़ी में वकील को आर्थिक मदद जल्द से जल्द मिले, इसके लिए भी गंभीरता से प्रयास किया जा रहा है. बता दें कि जिला विधिज्ञ संघ ने यह सूचना प्रमंडलीय आयुक्त को भी दी है. लॉकडाउन लागू होने के बाद से भागलपुर में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई हो रही है.