सुलतानगंज उत्तरवाहिनी गंगा तट भागलपुर: बिहार के भागलपुर में सावन की तीसरी और पुरुषोत्तम मास की पहली सोमवारी को लेकर सुल्तानगंज के उत्तरवाहिनी गंगा तट पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा है. छह दिनों से जहां कम श्रद्धालु पहुंच रहे थे वहीं आज हजारों श्रद्धालु पहुंचे हैं. वो यहां से गंगा स्नान कर वैद्यनाथ धाम रवाना हो रहे हैं. दूर दराज से श्रद्धालुओं का जत्था सुल्तानगंज पहुंच रहा है. सुल्तानगंज उत्तरवाहिनी गंगा का जल बाबा वैद्यनाथ को प्रिय है इस वजह से देश-विदेश से श्रद्धालु सुल्तानगंज पहुंच रहे हैं. श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है. श्रद्धालुओं के लिए गंगा में सुरक्षा बढ़ा दी गयी है.
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19 साल बाद दुर्लभ संयोग: छह दिनों बाद आज फिर से उत्तरवाहिनी गंगा तट केसरियामय नजर आया. बता दें की 19 साल बाद सावन में दुर्लभ पुरुषोत्तम मास (मलमास) पड़ा है. मलमास से पूर्व हर दिन वैद्यनाथ धाम के लिए सुल्तानगंज उत्तरवाहिनी गंगा से 60 से 80 हजार तक श्रद्धालु जल उठाते थे. मलमास के बाद 12 से 18 हजार तक ही श्रद्धालु गए. आज सोमवारी पर भीड़ में इजाफा देखा गया है.
लगें हर हर महादेव के जयकारे: वहीं झारखंड के डाक कांवड़िया हरनाथ ओझा ने बताया कि 1997 से वो प्रत्येक सोमवार और शुक्रवार को अजगैविनाथ धाम से वैद्यनाथ धाम देवघर जल चढाने जातें है. उनका मानना है कि बाबा भोलेनाथ उनकी सारी मनोकामनाएं पुर्ण करते हैं, इस लिए अजगैविनाथ धाम से वैद्यनाथ धाम पैदल यात्रा प्रत्येक सोमवार और शुक्रवार को गंगा जल लेकर चढाते हैं. उनके साथ मधुबनी जिला के रहनेवाले धीरज झा भी डाक कांवर यात्रा में शामिल हैं.
"करोना में बाबा भोलेनाथ को जल नहीं चढा पाया था. हालांकि शिवरात्रि में अजगैविनाथ धाम से गंगा जल लेकर पैदल वैद्यनाथ धाम में बाबा भोलेनाथ को जल चढ़ाकर मनोकामनाएं पूर्ण की है."-हरनाथ ओझा, डाक कांवड़िया