भागलपुर: नाथनगर विधानसभा उपचुनाव की घोषणा होते ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. हम प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि महागठबंधन की पार्टियां द्वारा मौन स्वीकृति मिलने के बाद पार्टी ने अजय राय को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन राजद ने जल्दबाजी कर महागठबंधन धर्म का पालन नहीं किया.
'राजद ने की जल्दबाजी'
मांझी ने कहा कि नाथनगर विधानसभा उपचुनाव को लेकर उम्मीदवार देने की बात महागठबंधन की पार्टियों से हो गई थी. राजद को छोड़कर तमाम पार्टियों ने मौन स्वीकृति भी दी थी. विधानसभा उपचुनाव में हम की तरफ से अजय राय को उम्मीदवार घोषित करने की बात हुई थी, लेकिन राजद ने जल्दबाजी कर नाथनगर के लिए रवीना खातून नाम के नाम की घोषणा कर दी. इससे यह साबित होता है कि राजद ने महागठबंधन के धर्म का पालन नहीं किया है.
'नाथनगर से अजय राय ही होंगे उम्मीदवार'
मांझी ने कहा कि हमने अपने कार्यकर्ताओं से बात कर यह तय किया है कि नाथनगर विधानसभा उपचुनाव में हम की तरफ से अजय राय ही उम्मीदवार होंगे. उन्होंने कहा कि इसके लिये 30 तारीख को नामांकन किया जाएगा. मांझी ने कहा कि मैं खुद भी नामांकन में मौजूद रहूंगा. उन्होंने कहा कि अभी भी समय है. अगर राजद अपने उम्मीदवार की घोषणा को लेकर वापस हो जाता है, तो महागठबंधन की होने वाली बैठक में सभी चीजें स्पष्ट हो जाएंगी.
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दरअसल, विधानसभा उपचुनाव को लेकर मांझी ने क्षेत्र का दौरा भी शुरू कर दिया है. इसी के मद्देनजर अपने बूथ लेवल कार्यकर्ताओं को संबोधित करने वो भागलपुर पहुंचे. यहां उन्होंने सरकार पर जमकर निशाना साधा. मांझी ने कहा कि मौजूदा सरकार बाढ़ पीड़ितों को सुविधा मुहैया नहीं करा रही है. उन्होंने कहा कि नाथनगर के रनुचक, मकनपुर में जहां लगभग 5 फीट से ज्यादा बाढ़ का पानी पूरे गांव में घुस गया है. वहां बाढ़ पीड़ितों के लिए कोई इंतजाम नहीं है.