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भागलपुर: कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए शुरू हुई डोर टू डोर स्क्रीनिंग - corona virus

कोरोना वायरस की रोकथाम और बचाव के लिए भागलपुर नगर निगम क्षेत्र के करीब पांच हजार लोगों की स्क्रीनिंग करायी जाएगी. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम का गठन किया गया है. बीते बुधवार से स्क्रीनिंग का काम शुरू कर दिया गया है.

Door to door screening started for prevention of corona virus
Door to door screening started for prevention of corona virus

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Published : Apr 19, 2020, 12:09 AM IST

भागलपुर:14 अप्रैल से देश में लागू हुए लॉकडाउन फेज टू का आज चौथा दिन है. कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने और मरीजों की खोज के लिए पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर कोरोना वायरस की स्क्रीनिंग शुरू हो चुकी है. स्वास्थ्य विभाग के कर्मी घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग कर रहे हैं. शुक्रवार से भागलपुर नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 37 से इसकी शुरुआत की गई. डोर टू डोर सर्वे में डॉक्टर, एएनएम, नर्स और आशा कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर सभी लोगों की स्क्रीनिंग की. इसके बाद लोगों के लक्षणों को डायरी में नोट किया. सर्वे के दौरान अगर किसी में लक्षण पाया जा रहा है उन्हें फौरन अस्पताल भेजा जा रहा है.

करायी जाएगी पांच हजार लोगों की स्क्रीनिंग
कोरोना वायरस की रोकथाम और बचाव के लिए भागलपुर नगर निगम क्षेत्र के करीब पांच हजार लोगों की स्क्रीनिंग करायी जाएगी. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम का गठन किया गया है. बीते बुधवार से स्क्रीनिंग का काम शुरू कर दिया गया है. स्क्रीनिंग टीम में शामिल एएनएम दीपू कुमारी ने कहा कि स्क्रीनिंग के दौरान कुछ परेशानी आ रही है. आशा कार्यकर्ता और स्वास्थ्य मित्र से सहयोग मिलने पर ही लोग अपना घर खोल रहे हैं नहीं तो लोग घर खोलना नहीं चाहते. लोगों से इस दौरान जानकारी ली जाती है, अगर किसी में किसी तरह की लक्षण पाए जा रहे हैं तो उन्हें अस्पताल भेजा जा रहा हैं. हम लोगों से उनके घर में मौजूद सदस्यों का नाम पता और पूरी डिटेल ले रहे हैं.

डोर टू डोर स्क्रीनिंग में लगी टीम

किसी भी व्यक्ति में कोई भी लक्षण मिलने पर भेजा जा रहा अस्पताल
डॉ अमित कुमार ने कहा कि जांच के दौरान कुछ परेशानी हो रही है. लेकिन, फिर भी लोगों का सहयोग मिल रहा है. उन्होंने कहा कि जांच के दौरान किसी भी व्यक्ति में कोई भी लक्षण मिलने पर उन्हें अस्पताल भेज दिया जा रहा है. स्क्रीनिंग के लिए स्वास्थ्य विभाग ने माइक्रो प्लान तैयार किया है. इसके लिए आठ टीमें बनायी गयी है. टीम में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थापित और कार्यरत डॉक्टर के अलावा जीएनएम, एएनएम, आशा, आंगनबाड़ी सेविका, महिला आरोग्य समिति के सदस्यों को शामिल किया गया है. प्रत्येक शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में डब्ल्यूएचओ, केयर और युनिसेफ संयुक्त रूप से दो-दो प्रतिनिधि टीम के साथ स्क्रीनिंग में सहयोग करेंगे.

सदर अस्पताल भागलपुर की टीम करेगी लोगों की सैंपलिंग
स्क्रीनिंग के दौरान किसी व्यक्ति में लक्षण पाये जाने पर रोजाना उसकी जानकारी देनी होगी. चिन्हित लोगों की कोरोना वायरस की सैंपलिंग सदर अस्पताल भागलपुर की टीम करेगी. सभी शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के नोडल पदाधिकारी होंगे. डब्ल्यूएचओ के एसएमओ, युनिसेफ के एसएमसी और केयर के टीम लीडर को स्क्रीनिंग की मॉनिटरिंग करने को कहा गया है. कार्य योजना के मुताबिक नगर निगम के सभी 51 वार्डों में घर-घर जाकर हर व्यक्ति की खांसी, सर्दी सहित अन्य लक्षणों की स्क्रीनिंग की जाएगी. नगर निगम क्षेत्र में करीब 75 हजार घर हैं और आबादी पांच लाख के करीब है.एक सप्ताह में स्क्रीनिंग पूरी करने का लक्ष्य का रखा गया है. इतनी बड़ी आबादी के लिए एक सप्ताह में स्क्रीनिंग करना प्रशासन के लिए चुनौती होगी.

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