भागलपुरः जिले में डीएम प्रणव कुमार ने पीएचइडी, पंचायती राज विभाग, शिक्षा विभाग और आंगनवाड़ी केंद्र के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने 10 जनवरी तक जिले के सभी स्कूल ,आंगनवाड़ी केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक नल का जल पहुंचाने के निर्देश दिए. इसके लिए कार्य योजना तैयार कर ली गई है. नल का जल योजना की शुरूआत के बाद स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र के बच्चे चापाकल की जगह नल का जल पीयेंगे.
नल के जल का कनेक्शन
जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने बैठक के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जल जीवन हरियाली, सात निश्चय योजना और हर घर नल जल योजना के साथ-साथ विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक की गई है. मुख्य रूप से जल-जीवन-हरियाली योजना के तहत जिले के से नौ तलाबों को जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण कराने को लेकर प्रस्ताव भेजा गया है, स्वीकृति मिलने के बाद कार्य करवाया जाएगा. इसके अलावा हर घर नल-जल योजना के तहत पंचायती राज और पीएचईडी विभाग को जिले के सभी स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्र और पीएचसी तक नल के जल का कनेक्शन पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं.
स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग ने दिया निर्देश
गौरतलब है कि बीते 25 नवंबर को बिहार सरकार के लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के अपर मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर राज्य के सभी जिला अधिकारी को स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्र और स्वास्थ्य केंद्र तक नल का जल पहुंचाने का निर्देश दिया था. बता दें कि जिले में 850 प्राथमिक, 875 माध्यमिक स्कूल और 2948 आंगनवाड़ी केंद्र है.
विद्यालय विकास कोष से होगा खर्च
पंचायत में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 232 कार्यरत है, जहां नल का जल का कनेक्शन किया जा रहा है. प्राथमिक स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र में एक कनेक्शन किचन में एक- एक कनेक्शन महिला व पुरुष शौचालय में और दो कनेक्शन पीने के लिए दिया जा रहा है. वहीं माध्यमिक विद्यालयों में 7 कनेक्शन लगेगा जबकि आंगनवाड़ी केंद्रों में 3 कनेक्शन लगेगा. आवासीय इलाकों में जो स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र है वहां वार्डों में हुए बोरिंग से पानी पहुंचाया जाएगा. इसके बाहर के स्कूल जहां पानी टंकी से पानी पहुंचने में दिक्कत होगी वहां चापाकल में मोटर लगाकर पानी पहुंचाया जाएगा. इसके लिए स्कूल के ऊपर टंकी लगाई जाएगी जिसका खर्च विद्यालय विकास कोष से होगा.