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महज दो कमरों में चल रहा जिला सैनिक कल्याण कार्यालय, नये भवन का निर्माण आज तक अधूरा - indian army news from bhagalpur

भागलपुर के सैंडिस कंपाउंड में स्थित जिला सैनिक कल्याण कार्यालय की स्थिति जर्जर हो चुकी है. कार्यालय भवन का आधा हिस्सा टूट चुका है. बचे हुए हिस्से की भी हालत काफी नाजुक है. यहां कर्मचारी डर के साए में काम कर रहे हैं. हालत यह है कि करीब 8000 सैनिकों के आश्रितों और विधवाओं के लिए काम करने वाला जिला सैनिक कल्याण कार्यालय महज दो कमरे में चल रहा है.

district sainik welfare office bhagalpur
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Published : Jan 16, 2021, 4:55 PM IST

Updated : Jan 16, 2021, 8:08 PM IST

भागलपुर: जिला सैनिक कल्याण कार्यालय की स्थिति दयनीय हो चुकी है. लगभग 8000 सैनिकों के आश्रितों और विधवाओं के लिए काम करने वाला जिला सैनिक कल्याण कार्यालय सिर्फ दो कमरों में चल रहा है. कार्यालय का छत का हिस्सा समय-समय पर टूट कर गिर रहा है. सरकारी प्रक्रिया में देरी होने के कारण कार्यालय के बगल में बन रहे नए भवन का निर्माण कार्य भी रुका हुआ है.

सैनिकों के आश्रितों को हो रही परेशानी

जर्जर हुआ सैनिक कल्याण कार्यालय
2013 से नए भवन का कंस्ट्रक्शन शुरू हुआ था.कंट्रक्शन शुरू होने के बाद सैंडिस कंपाउंड विकास समिति ने हाईकोर्ट से निर्माण कार्य पर स्टे लिया था. 2018 में स्टे हटा लिया गया है. 2 साल बीत जाने के बाद भी नए भवन के अधूरे काम को पूरा नहीं किया जा सका है. यही कारण है कि जर्जर भवन में पूर्व सैनिक और वर्तमान के सैन्य बल के आश्रितों को काम कराने में काफी परेशानी हो रही है. काम कराने आने वाले आश्रितों को बैठने तक की सुविधा नहीं मिल रही है.

काम अब तक नहीं हुआ शुरू

दो कमरों में कार्यालय
जर्जर भवन के बारे में ईटीवी भारत को जानकारी देते हुए जिला सैनिक कल्याण पदाधिकारी कर्नल कृष्ण नंदन प्रसाद ने बताया कि जर्जर भवन होने के कारण काफी काम में कठिनाई हो रही है. पुराने भवन का हाल बहुत खस्ता है. किसी तरह दो कमरे में कार्यालय चलाया जा रहा है.

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नहीं हुआ पूरा भवन का काम

दो कमरे में कार्यालय चल रहा सैनिक कल्याण कार्यालय
जर्जर भवन होने के कारण किराए पर भी मकान को लिया जाना था. लेकिन जहां पर भवन मिल रहा था, वह काफी कन्जेस्टेड एरिया था. इसलिए वहां कार्यालय चलाना उचित नहीं समझा गया. 2013 में नए भवन का निर्माण कार्य शुरू हुआ था. बिहार पुलिस भवन निर्माण लिमिटेड द्वारा भवन का निर्माण बगल में ही शुरू किया गया था. लेकिन सैंडिस कंपाउंड विकास समिति ने हाईकोर्ट से यह कहते हुए भवन निर्माण पर स्टे ले लिया कि सैंडिस कंपाउंड पब्लिक पार्क है. जिस वजह से यह कंट्रक्शन नहीं किया जा सकता.
जर्जर हुआ सैनिक कल्याण कार्यालय

2018 में हटा था कोर्ट स्टे
जब मामला हाईकोर्ट में चला तब यह बात निकलकर सामने आयी कि सैंडिस कंपाउंड का 30 डिसमिल जमीन पहले से ही सैन्य कार्यालय के लिए आवंटित है. फिर हाई कोर्ट ने 2018 में स्टे हटा लिया. और भागलपुरके जिलाधिकारी को आदेश दिया कि सैंडिस कंपाउंड विकास समिति के साथ बैठक कर अनापत्ति ले.

देखें ये रिपोर्ट

काम अब तक नहीं हुआ शुरू
अनापत्ति 7 दिसंबर 2018 को ले लिया गया था. फिर बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम लिमिटेड द्वारा भवन निर्माण शुरू करने से पहले नए तरीके से मॉडिफिकेशन को लेकर प्रोजेक्ट मांगा गया. सब कुछ भवन निर्माण को सौंपने के बावजूद उसपर काम अब तक शुरू नहीं हुआ है.


आश्रितों को हो रही परेशानी
भागलपुर के जिला सैनिक कल्याण कार्यालय में बांका ,भागलपुर, कटिहार, सुपौल, किशनगंज ,अररिया, सहरसा, मधेपुरा और पूर्णिया के सैनिकों की विधवायें या सैन्य बल के आश्रितों के समस्या निष्पादन के कार्य किए जाते हैं. वहीं नए भवन का निर्माण का कार्य अधूरा है. तीन तल्ला भवन का निर्माण होना है. जिसमें कैंटीन और काम कराने के लिए कार्यालय आने वाले आश्रितों के विश्राम गृह का निर्माण भी किया जाना है. जर्जर भवन और नये भवन का निर्माण कार्य अधूरा होने की वजह से आश्रितों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है.

Last Updated : Jan 16, 2021, 8:08 PM IST

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