भागलपुर: जिले में कांग्रेस पार्टी की स्थानीय गुटबाजी की वजह से पार्टी कमजोर हो रही है. यह अलग बात है कि बिहार विधानसभा के लिए भागलपुर और कहलगांव से कांग्रेस पार्टी से विधायक चुने गए हैं. लेकिन जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक में जिलाध्यक्ष को छोड़कर ना तो विधायक और ना ही पार्टी के बड़े नेता शामिल हुए.
भागलपुर: जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक में नहीं शामिल हुए एक भी बड़े नेता - District Congress Committee Meeting in bhagalpur
भागलपुर में जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक हुई. यह बैठक आने वाले नाथनगर विधानसभा में उपचुनाव को लेकर था. लेकिन इस बैठक में वरिष्ठ कांग्रेस नेता और बड़े नेताओं का शामिल नहीं होना पार्टी की एकजुटता पर सवाल खड़े करता है.
पार्टी की एकजुटता पर उठे सवाल
आने वाले नाथनगर विधानसभा उपचुनाव को लेकर बैठक का आयोजन किया गया था. इस बैठक में वरिष्ठ कांग्रेसी और बड़े नेताओं का शामिल नहीं होना पार्टी की एकजुटता पर सवाल खड़े करता है. हालांकि इस बैठक में पटना से अति पिछड़ा विभाग के प्रदेश अध्यक्ष कुंदन गुप्ता पहुंचे थे. इस बैठक में किसी बड़े नेता के शामिल न होने के संबंध में प्रदेश अध्यक्ष कुंदन गुप्ता ने कहा कि यह बैठक 3 दिन के नोटिस पर आयोजित हुई है. इसीलिए इस बैठक में जनप्रतिनिधि और कई नेता शामिल नहीं हो सके हैं.
आगे भी होगी बैठक
कुंदन गुप्ता ने कहा कि इस बैठक के बाद आगे भी बैठक की जाएगी. उसमें जो हमारे सम्मानित कांग्रेसी जनप्रतिनिधि हैं वह भी शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि सारे लोग एकजुट होकर कांग्रेस को मजबूत करेंगे. कुंदन ने कहा कि कांग्रेस एक बड़ी पार्टी है राष्ट्रीय पार्टी है और मजबूत पार्टी है. सबको अपनी-अपनी बात रखने का हक है और पार्टी में एक से बढ़कर एक बड़े नेता हैं. हमारी पार्टी का मानना है कि जो नेता पार्टी के लिए काम करेगा. संगठन को आगे बढ़ाएगा उन्हें पार्टी में जगह मिलेगी.