भागलपुर:राजधानी समेत पूरे जिले में डेंगू का कहर जारी है. डेंगू की चपेट में आने से लगातार लोग बीमार हो रहे हैं. डेंगू को लेकर जेएलएनएमसीएच अस्पताल में 13 बेड को सुरक्षित रखा गया है. इसके अलावा मेडिसिन वॉर्ड को भी डेंगू मरीज के लिए बनाया गया है.
वहीं सदर अस्पताल के नशा मुक्ति केंद्र को भी डेंगू वॉर्ड में बदल दिया गया है. अब तक जिले में हजार से अधिक मरीज डेंगू के पाए गए हैं. जबकि सरकारी आंकड़े के अनुसार 134 मरीज डेंगू के बताए जा रहे हैं.
53 पुलिसकर्मी भी पड़े बीमार
जेएलएनएमसीएच अस्पताल में 134 से अधिक मरीज भर्ती हैं. इसके अलावा प्राइवेट अस्पतालों में भी डेंगू मरीज अपना इलाज करा रहे हैं. डेंगू के डंक से 53 पुलिसकर्मी भी बीमार पड़ गए हैं. जिनका सरकारी और प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा है. पुलिस लाइन में डेंगू के कहर के बाद साफ-सफाई करवाई गई है. गंदगी वाली जगह पर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव और फागिंग कराया गया है. डेंगू के कहर को देखते हुए जिलाधिकारी ने बच्चों को फुल ड्रेस में स्कूल भेजने का आदेश जारी किया है. इसके अलावा हेल्पलाइन भी जारी किया गया है.
'वाटर लॉगिंग की वजह से पनप रहे मच्छर'
टीएमबीयू के छात्रावास में भी डेंगू की वजह से तीन छात्रा बीमार हो गयीं हैं. छात्रावास के आसपास वाटर लॉगिंग होने के कारण डेंगू के मच्छर पनप रहे हैं. डेंगू के बढ़ते कहर को देखते हुए विश्वविद्यालय और कॉलेज में साफ सफाई अभियान चलाया जा रहा है. इसके साथ ही वाटर लॉगिंग में ब्लीचिंग पाउडर और फागिंग कराया जा रहा है. टीएमबीयू के छात्रावास में रहने वाली पुष्पलता ने बताया कि उन्हें हॉस्टल में रहने में डर लग रहा है. क्योंकि हॉस्टल के सामने वाटर लॉगिंग है. जिसकी वजह से डेंगू के मच्छर होने का डर लगा रहता है. उन्होंने कहा कि यहां दवा और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव होना चाहिए, जो नहीं हो रहा है.
टीएमबीयू के छात्रावास में जलजमाव डेंगू की चपेट में 53 जवान
डेंगू वॉर्ड में भर्ती नाथनगर के रहने वाले ललित प्रसाद सिंह ने बताया कि 3 दिन पहले वो अस्पताल में भर्ती हुए हैं. उन्होंने कहा कि उनके घर के आसपास सफाई नहीं होने की वजह से डेंगू के मच्छर हो गए हैं. जिसकी वजह से वो इसके शिकार हो गए. वहीं पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि उनके 53 जवान डेंगू की चपेट में आ गए हैं. जिनका सरकारी और प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा है.
क्या कहते हैं अधिकारी
कुलपति डॉक्टर एके राय ने हॉस्टल में छात्रों को डेंगू होने के सवाल पर कहा कि पूरा शहर डेंगू की चपेट में है. यह कोई खास एरिया में नहीं फैला है. उन्होंने कहा कि कॉलेज प्रशासन की तरफ से सफाई कराई गई है. जहां पानी जमा था, वहां पर ब्लीचिंग पाउडर सहित दवा का छिड़काव भी करवाया गया है. वहीं, अस्पताल अधीक्षक आरसी मंडल ने कहा कि उनके अस्पताल में डेंगू मरीज के लिए 13 बेड सुरक्षित रखे गए हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की दवा की कमी नहीं है.
ब्लीचिंग पाउडर का किया जा रहा छिड़काव
डीएम प्रणब कुमार ने डेंगू के बढ़ते प्रभाव को लेकर कहा कि पूरे जिले मे ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करने का निर्देश दिया है. लगातार शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में फागिंग हो रही है. उन्होंने कहा कि डेंगू को लेकर मायागंज अस्पताल में पहले से 13 बेड थे. इसके अलावा सदर अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र में भी डेंगू वॉर्ड बनाए गए हैं. शिक्षण संस्थानों को सूचित किया गया है और उन्हें जरूरी निर्देश दिए गए हैं ताकि डेंगू से बचाव हो सके.