भागलपुर: बीते साल जम्मू कश्मीर के पुलवामा हमले का एक साल होने जा रहा है. इस हमले में 40 जवान शहीद हुए थे. बिहार के दो जवानों ने भी देश के लिए शहादत दी थी. मसौढी के संजय सिन्हा और भागलपुर के रतन सिंह ठाकुर को आज पूरा प्रदेश याद कर रहा है. शहीद रतन सिंह ठाकुर के घर में पुलवामा हमले की पहली बरसी को पुण्यतिथि के रूप में मनाई जाएगी.
शहीद रतन सिंह अब सिर्फ लोगों की यादों में जिंदा हैं. शहीद के पिता निरंजन ठाकुर ने भावुक होते हुए कहा कि बेटे के शहीद होने के बाद से घर में सन्नाटा पसरा हुआ है. उन्होंने आगे कहा कि जो भी सरकारी सहायता मिलनी थी, मिल चुकी है. वहीं, सीआरपीएफ और बिहार सरकार की तरफ से भी सारे किए गए सारे वादे पूरे किए गए. शहीद के पिता ने यह भी कहा कि उनके छोटे बेटे को सरकार की ओर से भागरपुर के पंचायती राज शाखा में नौकरी दी गई है.
शहीद की पत्नी के लिए पीड़ादायक दिन
शहीद की पत्नी राजनंदनी इस सदमे से बाहर नहीं आ सकी है. इस घटना के बाद से उनका जीवन काफी पीड़ादायक हो गया है. वे किसी से बात तक नहीं करती. शहीद की पत्नी 14 फरवरी के दिन को याद करने से डरती हैं. जिले के कई संगठनों की ओर से इस शहादत दिवस पर शहीद को श्रद्धांजलि देकर याद किया जाएगा.