भागलपुर: लॉक डाउन की वजह से सभी कारखाने बंद है. इससे कई कारखानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. वहीं, भागलपुर के रेशम उत्पाद एवं निर्यात बुनकरों की लॉक डाउन से भूखमरी की नौबत आ गई है. इस हालात को लेकर बुनकर समुदाय चिंतित और भयभीत हैं.
पूरे भागलपुर शहर में लगभग 60 हजार के करीब लोग बुनकर कारोबार से जुड़े हुए हैं. इन लोगों की स्थिति लॉक डाउन के कुछ माह पहले से ही काफी बदतर हो गई है. रेशम बुनने वाले बुनकर अब चाइनीज दुपट्टा और स्टॉल तैयार करतै हैं. दुपट्टा को तैयार करने के लिए धागे की सप्लाई चीन से ही होती है. कच्चा माल नहीं आने से दुपट्टा तैयार नहीं हो पा रहा है. चीन से कोलकाता आने के बाद धागे को भागलपुर लाया जाता था. इस चाइनीज धागों से बुनकर स्टॉल और दुपट्टा तैयार करते हैं. लेकिन इन लोगों की आर्थिक हालत अब खराब है. भागलपुर के रेशम बुनकर बिना काम के काफी मुश्किल से जिंदगी गुजार रहे हैं.