भागलपुर: हाल के दिनों में अस्पताल में पिस्तौल लेकर घूमने वाले गोपालपुर के विधायक गोपाल मंडल एक बार फिर से अपने बयान को लेकर चर्चा में आ गए हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान का समर्थन करते हुए गोपाल मंडल ने जीतन राम मांझी पर हमला किया. इस दौरान गोपाल मंडल शब्दों की मर्यादा भूल बैठे.
गोपाल मंडल का विवादित बयान: गोपाल मंडल ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को लेकर विवादित बयान देते हुए कहा कि वह नीतीश कुमार से ज्यादा उम्र के लोग हैं. उनकी खोपड़ी ढीली हो गई है. दिमाग खराब हो गया है. उनका दिमाग काम नहीं करता है. वह राजनीतिक क्षेत्र में थे लेकिन अब नहीं है.
"वह (मांझी) राजनीतिक क्षेत्र में चलने लायक भी नहीं है. वह सिर्फ इधर-उधर दिखावे के लिए उछल कूद करते रहते हैं. जब जीतन राम मांझी मुख्यमंत्री थे तो मैं उनसे मिलने भी उनके कार्यालय नहीं गया था. उनसे कोई काम करने को नहीं कहा. हमने कहा था कि जब नीतीश कुमार आएंगे तब हम जाएंगे."- गोपाल मंडल, गोपालपुर विधायक
नीतीश को जहर देने के आरोप पर गोपाल मंडल: गोपाल मंडल ने कहा कि पहले कोई मुख्यमंत्री बनाता था क्या? साथ ही उन्होंने जीतन राम मांझी द्वारा नीतीश को विषैला पदार्थ खाने में मिलाकर देने के आरोप का भी जवाब दिया. गोपाल मंडल ने कहा कि पहले खाने को जांचा जाता है उसके बाद ही उन्हें (नीतीश कुमार) खिलाया जाता है. मांझी जो आरोप लगा रहे हैं उसमें कोई सच्चाई नहीं है.
'मैंने मांझी को कभी भी सीएम नहीं माना':बीजेपी का आरोप है कि नीतीश कुमार ने महादलित नेता का अपमान किया है. साथ ही उन्होंने महागठबंधन को महादलित विरोधी करार दिया है. इस पर गोपाल मंडल ने कहा कि कौन वो (मांझी) महादलित हैं? ऐसा छीट आदमी कहीं महादलित होता है. महादलित को तो सीएम ने सम्मान दिया, आरक्षण दिया. जीतन राम मांझी ने क्या महादलितों का ठेका ले लिया है. वो महादलितों के नेता नहीं हैं. मांझी कुछ नहीं है.
नीतीश कुमार ने क्या कहा था? :बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान आरक्षण बिल पर चर्चा के दौरान जब जीतन राम मांझी अपनी बात रख रहे थे तो मुख्यमंत्री नीतीश अचानक उन पर बिफर पड़े और उन्हें तू-तड़ाक करने लगे. मांझी को नीतीश ने सदन के अंदर ही जमकर लताड़ लगाई. नीतीश ने कहा कि इस आदमी को मुख्यमंत्री बनाना मेरी मूर्खता थी.