भागलपुर: राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण मरीजों का तेजी से इलाज के लिए निर्धारित सभी कोरोना अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज अस्पतालों की निगरानी की जिम्मेदारी आईएएस और आईपीएस अधिकारी को दी है. भागलपुर में जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल और सदर हॉस्पिटल के साथ-साथ जिले के सभी अनुमंडल अस्पताल और प्रखंड में चल रहे स्वास्थ्य केंद्रों की निगरानी के लिए भागलपुर के नौलक्खा स्थित मेडिकल कॉलेज में नियंत्रण कक्ष शुरू किया गया है. नियंत्रण कक्ष मे दो प्रशिक्षु आईएएस और आईपीएस के साथ 2 वरीय उप समाहर्ता को लगाया गया है. ये अधिकारी जिले के सभी अस्पतालों में कोरोनावायरस और उसके मरीज की उचित देखभाल और इलाज पर नजर रखेंगे.
किसी भी तरह की कोई शिकायत आने पर त्वरित कार्रवाई करते हुए समाधान किया जाएगा. ये अधिकार जिले के भागलपुर, नवगछिया, सुल्तानगंज और कहलगांव में कोरोनावायरस से संबंधित समस्या का निदान करेंगे. जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है. सभी आइसोलेशन सेंटर और कोरोनावायरस के लिए नामित अस्पतालों में सारी सुविधा दी जा रही है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर पटना के तर्ज पर जिले में सभी प्रखंड के अस्पतालों में कोरोनावायरस एंटीजेन टेस्ट शुरू किया जाएगा. सभी जगह पर्याप्त टेस्टिंग किट, विशेष रूप से एंटीजन टेस्ट किट उपलब्ध करा दिए गए हैं. अब सिंप्टोमेटिक लोग जिले के जिस स्वास्थ्य संस्थान में अपना टेस्ट कराना चाहेंगे, उनका ऑनडिमांड टेस्ट किया जाएगा.
लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर होगी कार्रवाई
अपर समाहर्ता अमूल्य रत्न कोविड-19 को लेकर नियुक्त ने बताया कि यदि कोई मरीज शिकायत करता है, उसकी शिकायत का निवारण करने के लिए जिस भी अधिकारी को निर्देशित किया जाएगा, यदि वह अधिकारी मरीज की समस्या का समाधान नहीं करता है तो उस अधिकारी के ऊपर कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी. उसकी लापरवाही की सूचना वरीय अधिकारी को दिया जाएगा.