भागलपुरःकांग्रेस के बड़े नेता और पार्टी में प्रभावशाली व्यक्तित्व के रूप में अपनी पहचान बना चुके सदानंद सिंह अब राजनीति से पूरी तौर पर संन्यास ले चुके हैं. कहलगांव विधानसभा से लंबी पारी खेल चुके सदानंद सिंह यहां से जीतकर कई बार विधानसभा पहुंचे. सदानंद सिंह बिहार विधानसभा अध्यक्ष भी रह चुके हैं. लेकिन अब उनके बेटे शुभानंद मुकेश पिता की विरासत को आगे बढ़ाने में जुटे हैं.
10 साल से कहलगांव विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय
शुभानंद मुकेश टाटा कंपनी के फाइनेंस हेड की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए हैं. 10 साल से कहलगांव विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय हैं. लोगों के बीच लगातार अपनी जमीन को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं. अपने पिता और राजनीति के धुरंधर सदानंद सिंह की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए शुभानंद मुकेश हर संभव कोशिश कर रहे हैं.
बातचीत करते कांग्रेस नेता शुभानंद मुकेश सियासी जमीन मजबूत करने में जुटे शुभानंद
जब पूरे देश में कोरोना वायरस की महामारी फैली हुई है. ऐसे में कहलगांव गांव के बाहर रहकर काम करने वाले कई लोगों को शुभानंद मुकेश ने कहलगांव वापस लाने की कोशिश की. उसके बाद दक्षिण भारत के कई राज्यों में रहने वाले लोगों को वापस अपने घर बुलवाया. वहीं, अन्य राज्यों में फंसे हुए कहलगांव के लोगों को भी उन्होंने हर संभव मदद पहुंचाने की कोशिश की. आने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर भी शुभानंद मुकेश अपनी जमीन मजबूत करने में पूरी तरह से जुट गए हैं.
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'कहलगांव के विकास के लिए तत्पर'
शुभानंद मुकेश ने अपनी तैयारियों को लेकर ईटीवी भारत को बताया कि कहलगांव क्षेत्र को लेकर कई योजनाएं उनके पास हैं. जिसे वो जमीन पर लाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कहलगांव को एक बड़े फूड हब और टूरिस्ट हेरिटेज के तौर पर डेवलप किया जा सकता है. इससे कहलगांव के लोगों के लिए रोजगार की संभावनाएं उत्पन्न होगी.