भागलपुर:विधिज्ञ संघ में बीते कुछ दिनों से विवाद चल रहा है. यह विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. यह विवाद इतना बढ़ गया कि दो पक्षों के बीच जमकर झड़प हो गई. जिसमें कुछ वकीलों को चोटें भी आई हैं. इस मौके पर सिटी एसपी पूरण कुमार झा और जोगसर थाना पुलिस पहुंचकर विवाद को शांत कराया.
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हिरासत में दो लोग
विधिज्ञ संघ में बेवजह विवाद के दौरान मौजूद दो लोगों से पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. पुलिस दोनों को थाने भी लेकर गई है. वहीं दोनों पक्षों को शांत कराने के लिए पुलिस की मौजूदगी में बैठक शुरू की गई.
बैठक के बीच में ही फिर से विवाद शुरू हो गया. साथ ही बैठक को बीच में ही खत्म करना पड़ा. दोनों पक्ष एक दूसरे पर कार्य में बाधा डालने का आरोप लगा रहे थे.
स्टेट बार काउंसिल को लिखा गया था पत्र
पूर्व के निर्वाचित महासचिव संजय मोदी पर आरोप लगाते हुए एक पत्र भागलपुर जिला विधिज्ञ संघ के माध्यम से स्टेट बार काउंसिल को लिखा गया था. जिसमें महासचिव पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था.
तत्काल स्टेट बार काउंसिल ने भागलपुर जिला विधिज्ञ संघ में तदर्थ कमेटी को बनाकर भेजा. जिसमें अध्यक्ष और महासचिव के साथ-साथ 9 सदस्य शामिल थे. महासचिव संजय मोदी के नेतृत्व में निर्वाचित सदस्यों के बैठक हुई.
इस बैठक में तदर्थ कमेटी को कार्य करने का निर्णय लेते हुए तदर्थ कमेटी में शामिल अध्यक्ष और महासचिव पर बेवजह परेशान करने और कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया. जिसके बाद विवाद और बढ़ गया.
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जिला विधिज्ञ संघ की बैठक
निर्वाचित महासचिव संजय कुमार मोदी ने बताया कि स्टेट बार काउंसिल ने तदर्थ कमेटी गठित कर भागलपुर भेजी थी. जिसके बाद भागलपुर में जिला विधिज्ञ संघ में आम बैठक हुई. बैठक में तदर्थ कमेटी के सारे आदेश और तदर्थ कमेटी को खारिज करने का निर्णय लिया गया.
उन्होंने कहा कि स्टेट बार कौंसिल ने मॉडल रूल्स और न ही स्टेट काउंसिल रूल के एक भी पॉइंट का पालन किया है. उन्होंने कहा कि तदर्थ कमेटी ने बिना अनुमति के उनके कार्यालय के अलावा अन्य सदस्यों के कार्यालय का ताला तोड़ा और कागज सहित 75000 रुपये गायब किये.
इस संबंध में जब एफआईआर दर्ज हुआ तो फिर से ताला तोड़कर उसमें पैसा रखकर बाद में उसका वीडियोग्राफी कराया. जिसमें पैसे का रिकवरी बताया. उन्होंने कहा कि एक बार फिर जो ऑफिस का ताला खोला गया. जिसके कारण विवाद बढ़ता गया और दो पक्षों के बीच झड़प हो गई.
'बीते दिनों भागलपुर जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष अभय कांत झा ने स्टेट बार काउंसिल को पत्र लिखा था. जिसमें महासचिव संजय मोदी पर बाढ़ का राशि गबन करने का आरोप लगाया था. आरोप के आधार पर स्टेट बार काउंसिल ने तत्काल 5 सदस्य टीम गठित कर भागलपुर भेजा. जिन्होंने बार काउंसिल के अकाउंट्स का जांच की. जांच के क्रम में पाया कि 4 लाख 60 हजार रुपये की हेराफेरी हुई है.' -अंजनी दूबे,कमेटी सचिव
स्पष्ट रूप से नहीं दिया गया जवाब
बता दें कि इस संबंध में जब महासचिव संजय मोदी से जवाब मांगा गया तो उन्होंने स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा. जिसके बाद रिपोर्ट को 5 सदस्यीय टीम ने स्टेट बार काउंसिल को सौंप दिया. रिपोर्ट के आधार पर स्टेट बार काउंसिल ने भागलपुर जिला विधिज्ञ संघ की सभी कमेटियों को भंग करते हुए तदर्थ कमेटी को भागलपुर भेजा.
इसके साथ ही निर्देश दिया था कि 3 दिन के अंदर ही सारे चार्ज को लेने हैं. साथ ही काम को सुचारु रूप से शुरू करना है. लेकिन महासचिव संजय मोदी के माध्यम से कार्य में बाधा उत्पन्न किया जा रहा है.
'जिला विधिज्ञ संघ में दो पक्षों के बीच विवाद हुआ. जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को शांत कराया. मामले में 2 लोगों से पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया गया है.' -पूरण कुमार झा,सिटी एसपी