भागलपुर: गर्मियों की दस्तक के साथ रसीले आम का जिक्र आते ही हर किसी के मुंह में पानी भरना स्वाभाविक है. बिहार के इलाके में सबसे पहले जर्दालु आम आता है. मालदह और बंबईया आम जून में आ जाता है. जून की शुरूआत तो हो चुकी है, लेकिन इन दिनों आम की क्वालिटी पर सवाल उठ रहा है.
कार्बाइड की मदद से पकाया जाता है आपका आम
दरअसल, बाजार की मांग के अनुसार आम की पर्याप्त मात्रा समय पर पक कर तैयार नहीं हो पाती. ऐसे में इसे एक रसायन कैल्शियम कार्बाइड की मदद से पकाया जाता है. इसमें आर्सेनिक और फॉस्फोरस के अंश रह जाते हैं. बच्चे से लेकर बूढ़े तक आम का स्वाद चखने के लिए बेकरार रहते हैं. ऐसे में आम के बाजार में आने के साथ ही बिक्री जोरों पर होने लगती है. जिसके कारण आम बेचने वाले लोग जहरीली कार्बाईड गैस से भी आम को पकाकर समय से पहले ही बेचना शुरू कर देते हैं. आम लोगों को इसकी तो समझ नहीं होती कि कार्बाईड गैस से पकाया गया, आम कितना जहरीला है और उनको कितना नुकसान पहुंच सकता है.
कार्बाइड से पका आम : कितना हानिकारक?
कार्बाइड के जरिए बनने वाली जहरीली मिठास आपके पेट, लिवर को नुकसान पहुंचाने के साथ ही कैंसर जैसी घातक बीमारी को भी न्यौता दे सकती है. कृषि पदाधिकारी कृष्ण कांत झा कहते हैं कि कार्बाइड गैस से पकाया हुआ आम काफी नुकसानदेह होता है. जिसके लिए समय-समय पर किसानों से कृषि विभाग के जरिए यह संदेश भी दिया जाता है कि किसी भी फसल में ज्यादातर पेस्टिसाइड एवं जहरीले रसायन का प्रयोग काफी जहरीला होता है. इसलिए कम से कम प्रयोग करें. लेकिन कुछ पैसे की लालच में किसान और आम बेचने वाले व्यापारी कार्बाइड गैस का प्रयोग कर सीजन से पहले ही आम बेचना शुरू कर देते हैं. जिसका असर आम लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ता है.
बजार में सजी हुई आम की दुकानें और जानकारी देते दुकानदार व कृषि पदाधिकारी कैसे परखे बिना कार्बाइड से पके आम?
कृषि पदाधिकारी ने बताया कि अब आम का सीजन शुरू हो चुका है अब आम खरीदना नुकसान दे नहीं है. अभी जो भी आम बाजार में है वह बिल्कुल प्राकृतिक रूप से पका हुआ है और खरीदने वाले ग्राहक उसकी पहचान भी बखूबी कर सकते हैं. आम को छूकर देखें अगर आम गरम है तो वह बिल्कुल कार्बाइड गैस से पकाया गया है और उसे ना खरीदें. जो आम बिल्कुल सामान्य तापमान का होता है उसे ही खरीदें. ताकि उनका स्वास्थ्य पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़े.
- कार्बाइड से पका आम सामान्यतः गर्म रहता है
- आम का उपरी हिस्सा थोड़ा उभरा हुआ होना चाहिए.
- कीट से मुक्त होना चाहिए.
- आम कटा नहीं होना चाहिए.
आपका आम कितना पोषक?
फलों का राजा आम हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है. आम हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा कर हमें बीमारियों से लड़ने में मदद भी करता है. बीटा कैरोटीन, विटामिन इ, पोटैशियम रेशे एवं सेलेनियम की मौजूदगी की वजह से आम हृदय रोगियों के लिए काफी लाभदायक होता है.
- आम 25 तरीके के विभिन्न कारीटोनाईड से युक्त है.
- पोटैशियम एवं सेलेनियम हार्ट एवं नर्व को मजबूत बनाता है.
- हृदय गति को नियंत्रित रखता हैं.
- हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को दुरुस्त रखता हैं.