भागलपुर: चर्चित सृजन घोटाले मामले में CBI की टीम ने एक और आरोपी को धर दबोचा है. CBI ने डीआरडीए के निलंबित क्लर्क अरुण कुमार को भागलपुर स्थित आवास से अरेस्ट किया (suspended clerk Arun Kumar arrested from Bhagalpur ) है. कागजी कार्रवाई के बाद CBI की टीम आरोपी को अपने साथ पटना लेकर रवाना हो गई है. बता दें कि सृजन घोटाल में कई सरकारी विभागों की रकम विभागीय खातों से निकालकर ‘सृजन महिला विकास सहयोग समिति’ नाम के एनजीओ के खातों में ट्रांसफ़र कर दी जाती थी.
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सृजन घोटाले में CBI की बड़ी कार्रवाई. कैसे पकड़ में आया मामलाः आरोपी क्लर्क अरुण कुमार को CBI ने भागलपुर के तिलकामांझी स्थित आवास से अरेस्ट किया गया है. डीआरडीए के निलंबित क्लर्क अरुण कुमार को अरेस्ट करने के बाद जांच के लिए सीबीआई अभियुक्त को सदर अस्पताल लेकर गयी. फिर उसे लेकर पटना रवाना हो गई. इससे पहले भी कई अधिकारी पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं. बता दें कि भागलपुर के तत्कालीन DM आदेश तितरमारे के हस्ताक्षर वाला एक चेक बैंक ने यह कहकर वापस कर दिया था कि खाते में पर्याप्त पैसे नहीं हैं. यह चेक एक सरकारी खाते का था.
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क्या है सृजन घोटालाः बैंक की प्रतिक्रिया से डीएम हैरान रह गए, क्योंकि उनको जानकारी थी कि सरकारी खाते में पर्याप्त पैसे हैं. इसके बाद उन्होंने जांच के लिए एक कमेटी बनाई थी. कमेटी की जांच में इंडियन बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा स्थित सरकारी ख़ातों में पैसे नहीं होने की पुष्टि हुई. इसके बाद कलेक्टर ने इसकी जानकारी राज्य सरकार को दी. इसका नाम ‘सृजन घोटाला’ इस कारण पड़ा क्योंकि कई सरकारी विभागों की रकम सीधे विभागीय ख़ातों में न जाकर या वहां से निकालकर ‘सृजन महिला विकास सहयोग समिति’ नाम के एनजीओ के 6 बैंक ख़ातों में ट्रांसफ़र कर दी जाती थी.