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घर में घुसकर लूट मामले में 48 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली, नहीं हुई किसी की गिरफ्तारी - Bhagalpur crime

भागलपुर के तिलकामांझी थाना क्षेत्र के पटल बाबू रोड के उमाशंकर कंपाउंड में मंगलवार को साड़ी व्यवसायी के घर में घुसकर अपराधियों ने लूटपाट की थी. अपराधी 22 लाख रुपये और सोने के गहने लेकर फरार हो गए थे. इस मामले में 48 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. पढ़ें पूरी खबर...

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भागलपुर पुलिस

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Published : Aug 26, 2021, 3:57 PM IST

भागलपुर: इन दिनों भागलपुर(Bhagalpur) में अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. अपराधी रिहायशी इलाकों में घटना को अंजाम देकर आसानी से फरार हो जा रहे हैं. मंगलवार शाम को तिलकामांझी थाना (Tilkamanjhi Police Station) क्षेत्र के पटल बाबू रोड के उमाशंकर कंपाउंड में साड़ी व्यवसायी शंभू टिबडेंवाल के घर में घुसकर अपराधियों ने हथियार के बल पर लूटपाट की थी. अपराधी 22 लाख रुपये और सोने के जेवरात लेकर फरार हो गए थे.

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इस मामले में 48 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. पुलिस ने बुधवार को व्यवसायी के घर काम करने वाली नौकरानी लक्ष्मी को हिरासत में लिया था. पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया. बुधवार दोपहर से लेकर शाम तक पुलिस ने साड़ी व्यवसायी के घर के आसपास और पटल बाबू रोड के अन्य प्रतिष्ठान में लगे सीसीटीवी फुटेज को देखा. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे पांचों अपराधी की गतिविधि को नोट कर आसपास के लोगों से पूछताछ भी की. इस मामले में सिटी एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा, 'अभी मामले में जांच पड़ताल की जा रही है. धैर्य रखिए जानकारी दी जाएगी.'

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"सिटी एसपी घर के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को देखने आए थे. अब तक पुलिस का रवैया सहयोगात्मक है, लेकिन घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है. घटना होने के करीब 15 मिनट में तिलकामांझी थाना की पुलिस घर पर पहुंच गई थी, फिर भी अपराधी फरार हो गए. पुलिस को दिए आवेदन में हमने किसी का नाम नहीं दिया है. हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी और न ही किसी पर शक है."-संजीव बंका, पीड़ित साड़ी व्यवसायी

बता दें कि भागलपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक निताशा गुड़िया ने जनवरी में पदभार ग्रहण किया था तो लोगों को उम्मीद जगी थी कि अपराध पर लगाम लगेगा, लेकिन जनवरी से लेकर अगस्त तक 8 महीनों में अपराधी और भी खुलेआम लूट और हत्या की वारदात को अंजाम दे रहे हैं. पुलिस महीनों तक जांच करती रहती है फिर मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है.

फरवरी में वैरायटी चौक के पास अज्ञात अपराधियों ने ज्वेलर्स के कर्मचारी से 1.85 किलो सोना लूट लिया था. इस मामले में भी पुलिस ने अब तक केवल दो लोगों को गिरफ्तार किया है. लूटा हुआ सोना बरामद नहीं हुआ है. सुल्तानगंज बाजार में 24 जुलाई को आलू व्यवसायी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या हुई थी. 14 जुलाई को मसुदनपुर थाना क्षेत्र के बाइपास स्थित महाकाल ढाबा पर दो सगे भाइयों की गोली मारकर हत्या हुई थी.

16 अगस्त को डीआईजी आवास के समीप प्रॉपर्टी डीलर मोहम्मद रिजवान परवेज की गोली मारकर हत्या हुई. 19 अगस्त को बबरगंज थाना क्षेत्र के मंगोलपुरी में 8 माह की गर्भवती महिला काजल की गोली मारकर हत्या की गई थी. 2 अगस्त को अतिचक थाना क्षेत्र के नंदगोला मोड़ के पास पेट्रोल पंप मैनेजर को गोली मारकर 3 लाख रुपये की लूट हुई थी. कहलगांव में हटिया रोड स्थिति पुराने रजिस्ट्री ऑफिस के पास निजी फाइनेंस बैंक के एक कर्मी से 25 लाख रुपए की लूट हुई थी.

8 अगस्त को जीरोमाइल थाना क्षेत्र के बसंत बिहार कॉलोनी स्थित आभूषण दुकान में डकैती हुई थी. 29 जुलाई को मुजाहिदपुर थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर निवासी फिजिशियन डॉक्टर राकेश रंजन के घर लूट हुई थी. इसके अलावा दर्जनों हत्या, लूट, छिनतई ,गोलीबारी, बमबारी और चोरी की वारदात जिले में हुए हैं, जिनमें पुलिस के हाथ खाली हैं.

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