भागलपुर: बिहार में सरकारी महकमे की लापरवाही कम नहीं हो रही. उपर से सरकारी कर्माचारियों का रोआब तो मानो 7वें आसमान पर है. ताजा मामला बरारी वाटर वर्क्स के तालाब का है. जहां कई दिनों से मछलियां मर रही हैं, शहरवासी जहरीला पानी पीने को विवश हैं, लेकिन जब ईटीवी भारत ने इसका कारण वहां के लैब इंचार्ज से पूछा तो वह दादागिरी पर उतर आया.
दरअसल बरारी वाटर वर्क्स के तालाब से शहर को पेयजल मिलता है. लेकिन कई दिनों से बड़ी संख्या में यहां पानी के उपर मरी हुई मछलियां तैरती रहीं. अब इसका मतलब यही है कि पानी जहरीला है तभी तो मछलियां मर रही हैं. यही सवाल ईटीवी भारत ने बरारी वाटर वर्क्स के लैब इंचार्ज से पूछा.
रिपोर्टर से हाथापाई
पहले तो लैब इंचार्ज मयंक अग्रवाल टाल मटोल करता रहा, फिर रिपोर्टर को कैमरा बंद करने को कहा, लेकिन जब ईटीवी भारत के भागलपुर संवाददाता संजीत नहीं माने, तो लैब इंचार्ज ने रिपोर्टर के साथ धक्का मुक्की शुरू कर दी और हाथापाई पर उतारू हो गया. लैब इंचार्ज रिपोर्टर का वीडियो बनाने लगा.
लैब इंचार्ज की दादागिरी का वीडियो दादागिरी पर उतरा लैब इंचार्ज
बात यहीं नहीं रूकी लैब इंचार्ज रिपोर्टर को जान से मारने की धमकी देने लगा और गार्ड को बुलाकर दादागिरी पर उतर गया. और रिपोर्टर का कैमरा बंद करवा दिया और माईक छिनवा लिया. सवाल यह है कि आखिर किसकी शह पर यह लैब इंचार्ज और उसका विभाग शहरवासियों को जहरीला पानी पिलाने की हिम्मत कर रहे हैं.
तालाब में पानी के उपर तैरतीं मरी मछलियां स्थानीय लोगों ने क्या बताया
वहीं स्थानीय लोगों की मानें तो कई दिनों से मछलियां इस तालाब में मर रही हैं. मरी मछलियों को खाने के लिए चील कौवे भी तालाब पर मंडराते रहे. जिससे पानी और ज्यादा गंदा होने लगा. जाहिर है यह पानी पीकर शहरवासी स्वस्थ तो हो नहीं सकते. बल्कि बीमार जरूर पड़ जाएंगे. ऐसे में भागलपुर में पीने के पानी की गुणवत्ता अब सवालों के घेरे में है.
स्थानीय लोगों ने क्या कहा