भागलपुर: जिला प्रशासन ने हवाई जहाज लैंडिंग का चार्ज कम कर दिया है. बावजूद इसके भागलपुर एयरपोर्ट से उड़ान नहीं भरी जा रही है. पहले लैंडिंग चार्ज 75 हजार रुपये था, जिसे घटाकर 5 हजार से 7 हजार रुपये कर दिया गया है.
भागलपुर के जिला पदाधिकारी प्रणव कुमार ने लैंडिंग चार्ज के बारे में बताते हुए कहा कि यहां छोटे जहाज तो उड़ान भर सकते हैं और लैंड कर सकते हैं. बड़े जहाजों के लिए भी व्यवस्था की जा रही है. रनवे का विस्तार करने के लिए भी कोशिशें की जा रही हैं. दूसरी जगह भी संभावनाओं की तलाश की जा रही है, ताकि बेहतर रनवे बन सके.
स्मार्ट सिटी की योजना
हर एक स्मार्ट सिटी में हवाई अड्डे को खूबसूरत और बेहतर बनाने के लिए अलग से प्रावधान है. लेकिन भागलपुर के आयुक्त वंदना किनी का कहना है कि अभी ऐसी कोई भी योजना स्मार्ट सिटी की योजनाओं में शामिल नहीं की गई है. आने वाले समय में अगर प्रस्ताव आता है, तो हवाई अड्डे के सुंदरीकरण के लिए योजना बनाई जाएगी.
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भागलपुर नगर निगम के डिप्टी मेयर राजेश वर्मा का कहना है कि शुरू से ही यहां के लोगों को स्मार्ट सिटी के नाम पर ख्याली पुलाव की तरह दिखाया गया. ख्वाब दिखाया गया कि पूरा शहर स्मार्ट हो जाएगा. लेकिन लोगों को मूलभूत सुविधाएं भी मिल जाए, वही बहुत होगा.
भागलपुर से संतोष श्रीवास्तव की रिपोर्ट कई प्राइवेट एयरलाइंस कंपनियों ने हवाई अड्डे का सर्वेक्षण कर छोटे विमानों के उड़ान को शुरू करने की बात कही थी. इसके लिए जिले में तकनीकी सर्वेक्षण भी किया गया है. लेकिन अभी भागलपुर हवाई अड्डे को छोटे विमानों को उड़ाने के लिए कंपनियां आगे नहीं आई है. इसकी वजह से भागलपुर शहर के लोगों की उम्मीद टूटने लगी है. जबकि भागलपुर बिहार के एक बड़े व्यवसायिक शहर के तौर पर जाना जाता है.स्मार्ट सिटी का ताज लिए भागलपुर हवाई जहाज की लैंडिंग और उसकी उड़ान का दीदार कब कर पाता है. ये तो आने वाला समय ही बताएगा.