भागलपुर:आमतौर पर परीक्षा के समय विद्यालय या महाविद्यालय में पढ़ रहे विद्यार्थियों का सेंटर बदला जाता है. लेकिन, बिहार में एक अनोखा महाविद्यालय है. इसमें परीक्षा के समय परीक्षार्थियों की जगह महाविद्यालय के प्राचार्य का सेंटर बदल दिया जाता है. विद्यार्थियों की सुविधा के लिए ऐसा किया जाता है.
अनूठी पहल: परीक्षा के समय विद्यार्थियों के नहीं बल्कि प्राचार्यों के बदलते हैं सेंटर - the principals are changing instead of the students
दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रोवीसी प्रोफेसर चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि यहां के छात्रों को ध्यान में रखकर होम सेंटर नहीं दे सकते हैं और यदि होम सेंटर नहीं देंगे तो छात्रों को मजबूरन या तो दरभंगा या फिर पटना केंद्र में जाकर परीक्षा देनी होगी.
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परीक्षा के समय प्राचार्यों के बदले गए सेंटर
भागलपुर के राजकीय संस्कृत कॉलेज में ऐसा हुआ है. यह कॉलेज दरभंगा के कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय का अंगीभूत है. इस कॉलेज में भागलपुर, बांका और जमुई के करीब 400 छात्र परीक्षा दे रहे हैं. यहां परीक्षा ले रहे सेंटर सुप्रीटेंडेंट पटना के नौबतपुर स्थित राघवेंद्र संस्कृत महाविद्यालय से आए हैं. जबकि, यहां के प्राचार्य सहरसा के महेशी मंडन मिश्र महाविद्यालय में परीक्षा ले रहे हैं.
प्रोवीसी ने दी जानकारी
जानकारी देते हुए कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रोवीसी प्रोफेसर चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि यहां के छात्रों को ध्यान में रखकर होम सेंटर नहीं दे सकते हैं और यदि होम सेंटर नहीं देंगे तो छात्रों को मजबूरन या तो दरभंगा या फिर पटना केंद्र में जाकर परीक्षा देनी होगी. जिससे परीक्षार्थियों की परेशानी बढ़ेगी. इसलिए सेंटर सुप्रीटेंडेंट को ही बदलकर परीक्षा ले रहे हैं. ऐसा करने के पीछे की वजह छात्रों की परेशानी को कम करना है.