भागलपुर: जिले के ट्रिपल आईटी में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने फीता काटकर कार्यशाला का उद्घाटन किया. इस कार्यशाला में स्मार्ट वेंटिलेटर का निर्माण किया जाएगा. इसका उपयोग भागलपुर रेशम उद्योग के रेशम, हथकरघा मशीनरी के उन्नयन के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए किया जाएगा.
इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने ज्ञान आधारित नियंत्रण केंद्र के सर्वेक्षण के लिए संस्थान के कंप्यूटेशनल सुविधाओं को देखा. इसके बाद शैक्षणिक सह प्रशासनिक भवन का भी निरीक्षण किया. इस केंद्र का उपयोग बीमारियों की भविष्यवाणी करने के लिए भारतीय रोगी के डिजिटल डाटा को स्टोर और विश्लेषण करने के लिए किया जाएगा. वहीं ट्रिपल आईटी के छात्रों द्वारा विकसित कोविड-19 डिस्ट्रक्शन सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर का भी प्रदर्शन किया.
अधिक रेशम का हो सकेगा उत्पादन
इस दौरान मंत्री अश्वनी चौबे ने कहा कि ट्रिपल आईटी भागलपुर द्वारा विकसित की गई कार्यशाला सह प्रयोगशाला में रेशम हैंडलूम मशीनरी के उन्नयन के लिए तकनीकी सहायता दी जाएगी. उन्होंने कहा कि पारंपरिक मशीनों द्वारा शोर उत्पन्न होने के कारण श्रमिकों की सेहत बिगड़ जाती है. जैसे कानों की सुनने की क्षमता कम हो जाती है. इस मशीन से उसे कोई नुकसान नहीं होगा क्योंकि मशीन कम आवाज करती है. इस हथकरघा मशीन के उन्नयन के बाद हमारे हथकरघा कार्य अधिक रेशम उत्पादन कर सकते हैं. जो बिहार के साथ-साथ भारत के बाहर भी निर्यात किए जा सकेंगे.
ट्रिपल आईटी के सभी प्रशासनिक अधिकारी रहे मौजूद
इस मौके पर भागलपुर ट्रिपल आईटी के निदेशक रविंद्र चौबे सहित ट्रिपल आईटी के सभी प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे. मंत्री ने इस दौरान 122 करोड़ की लागत से बन रहे ट्रिपल आईटी भवन निर्माण स्थल का भी निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान कार्यशाला में लगाए गए मशीनों की गुणवत्ता और उसके कार्य करने की क्षमता का भी अवलोकन किया.