भागलपुर:बिहार के बक्सर एंबुलेंस मामले (Buxar Ambulance Case) को प्रमुखता से दिखाए जाने पर ईटीवी भारत (ETV Bharat) संवाददाता उमेश पांडेय पर बीजेपी नेता परशुराम चतुर्वेदी ने एफआईआर दर्ज करा दी. जिसके बाद से बिहार सरकार पर चौतरफा हमले जारी है. कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया. साथ ही कहा कि मंत्री ने खराब एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाई थी, जिसे ईटीवी भारत के संवाददाता ने आईना दिखाते हुए प्रमुखता से चलाया था.
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कांग्रेस का सरकार पर हमला
अजीत शर्मा ने कहा कि ईटीवी भारत ने जो सच्चाई थी, उसके बारे में बताया था. लेकिन, यह सरकार तानाशाही रवैया अपनाते हुए पत्रकार पर एफआईआर दर्ज करवा कर उन्हें डराने का प्रयास कर रही है, जो सरासर गलत है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस पर संज्ञान लेना चाहिए.
''पत्रकार चौथा स्तंभ है, यदि वह नहीं रहेगा तो किसी भी सरकार को उसके राज्य में क्या चल रहा है, कितना काम हो रहा है, जनता कितनी परेशान हैं, उसका पता नहीं चल सकेगा. ईटीवी भारत के संवाददाता उमेश पांडे ने बक्सर में भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्री द्वारा जो पुराने एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर अपनी पीठ थपथपाने का काम किया था, उसकी उन्होंने सच्चाई बताई थी और मामले को उजागर किया था.''-अजीत शर्मा, कांग्रेस विधायक दल के नेता
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'तानाशाही रवैया अपनाए हुए है सरकार'
उन्होंने कहा कि जिस तरह से राजीव प्रताप रूडी मामले में पप्पू यादव ने मामले को उजागर किया और उसे जेल में भेज दिया गया. उसी तरह ईटीवी भारत के संवाददाता उमेश पांडेय पर भी एफआईआर दर्ज की गई है. यह सरकार हिटलर शाही वाला रवैया अपनाए हुए है. उन्होंने कहा कि पत्रकार ही आपको सच्चाई दिखाता है. अधिकारी तो सच्चाई छुपा कर मुख्यमंत्री को बता रहे हैं, जिससे जनता का भला नहीं हो पाता है.