भागलपुर: कोरोना संक्रमण के काल में हुये लॉकडाउन के कारण कोर्ट-कचहरी बंद हैं. मुवक्किलों की कम संख्या में कोर्ट पहुंचने के कारण अधिवक्ताओं के सामने भी रोजी रोटी की समस्या पैदा हो गई है. इसे देखते हुये जिला विधिज्ञ संघ की ओर से डीबीए परिसर में कोर्ट की कार्रवाई शुरू कराने की मांग को लेकर शुक्रवार को धरना दिया गया.
इस दौरान वकीलों ने कहा कि कोर्ट की कार्रवाई अगर जल्दी शुरू नहीं की गई तो वकील सड़क पर भी धरना देंगे. इस दौरान सभी वकील सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए मुंह पर मॉस्क भी लगाए रहे. संघ के अध्यक्ष वरीय अधिवक्ता अभयकांत झा ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण करीब तीन महीने से कोर्ट में सुनवाई बंद है. इससे अधिवक्ताओं की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है. अधिवक्ता मुवक्किल पर ही आश्रित रहते हैं.
परेशान वकील
वकीलों ने कहा कि सुनवाई नहीं होने से मुक्किलों को समय पर न्याय नहीं मिल रहा है. कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण न्यापालिका को ठप कर देना ठीक नहीं है. हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट को पत्र लिखा जा रहा है. संघ के महासचिव संजय कुमार मोदी ने कहा कि दो महीने के लॉकडाउन के बाद लगभग सभी सेक्टर्स को खोल दिया गया है लेकिन न्यापालिका को बंद कर रखा गया है. जानकार वकील ही जमानत पर ऑनलाइन फाइल और बहस कर सकते हैं. सामान्य वकीलों के सेहत पर भारी असर पड़ रहा है.
कई वकील रहे उपस्थित
भागलपुर बार एसोसिएशन के बैनर तले 100 से ज्यादा वकीलों ने सांकेतिक धरना देकर उक्त बातें कहीं. धरना में संघ के पदाधिकारी अरुणाभ शेखर, मदन मोहन मिश्रा, संदीप झा, रामनाथ गुप्ता, निखिल सिंह और कल्पना कुमारी आदि उपस्थित रहे.