भागलपुरःजिले के नवगछिया राघोपुर बहत्तरा दियारा स्थित कोल ढाल में मछली मारने गए, इलाके के 12 ग्रामीणों की तबीयत जहरीला खाना खाने से बिगड़ गई. तबीयत खराब होने के बाद सभी लोगों को उल्टी होने लगी, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने सभी लोगों को इलाज के लिए नवगछिया स्थित सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया.
वहीं, नवगछिया स्थित सरकारी अस्पताल से सभी लोगों को बेहतर इलाज के लिए भागलपुर जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भेज दिया. जहां कई घंटों के इलाज के बाद सभी लोगों के हालत में सुधार हुई.
12 ग्रामीणों की तबीयत जहरीला खाना खाने से बिगड़ी
मायागंज अस्पताल में इलाज करा रहे दशरथ साहनी ने बताया कि मंगलवार की सुबह वह लोग राघोपुर बहत्तरा स्थित कोल ढाव में मछली पकड़ने के लिए गए थे. जहां जाल बिछाने के बाद सभी लोग साथ में खाना खाने के लिए नदी के पास ही बैठ गए. वहां सभी लोगों ने नवगछिया बाजार से खरीदे हुए, मकई के सत्तू को नदी के पानी में मिलाकर खाने लगे. सत्तू खाने के कुछ देर बाद ही एक-एक कर सभी को उल्टी होने लगी और गले में जलन होने लगा, जिसके बाद सभी की हालत बिगड़ने लगी. स्थानीय लोगों ने इन्हें नवगछिया स्थित सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया.
जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती
राजीव कुमार ने बताया कि नवगछिया बाजार से खरीदा गया सत्तू या पानी ही जहरीला था, जिसकी वजह से तबीयत बिगड़ी है. डॉक्टर ने बताया कि उक्त सभी लोग फूड प्वायजन के शिकार हुए हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है. जहरीला खाना खाकर बीमार पड़े लोगों में प्रकाश सैनी , दशरथ साहनी, राजीव कुमार, सुभाष सिंह, नंदलाल सिंह, चंदन नगर निवासी बजरंगी मंडल, उदय सहनी और सुबोध सैनिक शामिल हैं.