बेगूसराय:एक तरह जहां सरकार कावर झील को एशिया के बड़े पक्षी अभयारण्य के रूप में स्थापित करने का दावा कर रही है. वहीं, यहां देश विदेश से आने वाले पक्षियों की सुरक्षा राम भरोसे है. मीठे पानी के इस झील में साइबेरिया और दूसरे देश से आने वाले पक्षी इस स्थान को रमणीक बनाने का काम करती है. वहीं, दूसरी तरह यहां पक्षियों का शिकार भी तेजी से हो रहा है. जिले में एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें इन विदेशी पक्षियों का शिकार होता दिखाई दे रहा है.
विदेशी पक्षियों का बढ़ा शिकार
एशिया फेमस मीठे पानी के झील बेगूसराय में स्थित काबर को रामसर साइट में शामिल कर केंद्र सरकार ने इसे अंतरराष्ट्रीय पहचान दिला दिया. रामसर साइट में शामिल किए जाने से आशा जगी थी कि अब यहां साइबेरिया समेत विभिन्न देशों से आने वाले प्रवासी पक्षी के शिकार पर रोक लग जाएगी. लेकिन पक्षियों के शिकार की संख्या तेजी से बढ़ गई है.
नए साल 2021 के आगमन की खुशी में बिक्री के लिए यहां के शिकारियों ने बीते कई दिनों के अंदर एक हजार से अधिक पक्षियों को पकड़ लिया है. पकड़े गए लालसर, दिधौंच, सरायर, कारण, डुमरी, अधंग्गी, बोदइन एवं कोइरा आदि को बेगूसराय ही नहीं आसपास के कई जिलों में खुदरा व्यापारी और ग्राहकों को उपलब्ध कराया जा रहा है. लेकिन इस अवैध धंधे को पुलिस और वन विभाग पूरी तरह से रोकने में नाकाम साबित हो रहे हैं.