बेगूसराय: आमतौर पर पर्व त्यौहार के महीने में फलों के दाम आसमान छूते हैं, लेकिन इस बार बाढ़ ने कुछ इस कदर तबाही मचाई कि जिले में फलों के दाम पर सब्जियां और सब्जियों के दाम पर फल बिक रहे हैं. एक तरफ सेव और बेदाना 100 में 3 किलो बेचे जा रहे हैं, वहीं गोभी टमाटर 80 से 100 रुपये किलो बिक रहे हैं. पर्व त्योहार को लेकर फल व्यवसाय से मुनाफा की सोच रखने वाले लोग हताश हैं.
सब्जियों के दाम में बिक रहा है फल
पर्व त्यौहार के माह में जब लोग खरीदारी को निकलते है तो उनके जेहन में सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि फल काफी महंगे होंगे .अगर आप ऐसा सोचते हैं तो आप गलत सोच रहे है. इस बार फल महंगे नहीं सस्ते बिक रहे हैं .यह सुनने में आश्चर्यजनक जरूर लगता होगा लेकिन शहर में फल सब्जियों के दाम में और सब्जियां फलों की कीमत पर बाजार में बिक रहे है.
सब्जी के भाव में बिक कहा है फल बाढ़ ने किसानों को किया तबाह
बता दें कि दरअसल गंगा की बाढ़ ने सिर्फ लोगों के घर तबाह किया बल्कि किसानों की फसल क्षति हुई. जिले में बड़ी मात्रा में सब्जियों की फसल भी तबाह हो गयी. एक तो बाढ़ ने शब्जियों के फसल तबाह कर दिए जो कसर बचा दुर्गा पूजा के समय लगातार हुई बरसात ने उसे चौपट कर दिया. जिले के सब्जियों की फसल तबाह होने के बाद यहां की सब्जी मंडी दूसरे जिले और दूसरे राज्यों की सब्जियों पर केंद्रित हो गई, जिस वजह से ट्रांसपोर्टिंग ओवरलोडिंग और व्यवसायियों के मुनाफे को जोड़कर सब्जियों के दाम आसमान छू रहे है.
किसानों पर परिवहन एक्ट का असर
सब्जी दुकानदार का कहना है कि खरीद महंगी होने कारण बाढ़ है और दूसरी ओर परिवहन एक्ट लागू होने के बाद अत्यधिक भाड़ा भी बढ़ गया है. जिस वजह से सब्जियों के बढ़े दाम और लोगों को हो रही परेशानी हो रही है.
सब्जियों के दाम छू रहे आसमान दूसरे राज्यों से सब्जियों की आयात
इस बाबत ईटीवी भारत की टीम ने फल मंडी के साथ-साथ जिले के प्रसिद्ध चट्टी रोड स्थित सब्जी मंडी का भी दौरा किया जहां सब्जी के व्यवसायियों ने बताया कि जिले में सब्जियों का उत्पादन ब्यापक पैमाने पर होता था बाढ़ और लगातार बरसात के कारण फसल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है ,जिस वजह से दूसरे जिले और दूसरे राज्यों से सब्जियों का आयात किया जा रहा है. वही. उन्होंने कहा कि लोग चाह कर भी सब्जियों के भाव नियंत्रित नहीं कर पा रहे है.