बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय जिले में आसमानी कहर (Thunderstorm in Begusarai) जारी है. ताजा मामला जिले के सिंघौल सहायक थाना (Singaul Assistant Police Station) क्षेत्र के बागवारा मौजे गाछी की है. यहां वज्रपात की चपेट में आने से दो बच्ची की घटनास्थल पर ही मौत (Two children died) हो गई. जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गई. मरने वाली दोनों बच्ची चचेरी बहनें थीं.
यह भी पढ़ें -रहें सावधान: भारी बारिश और वज्रपात को लेकर बिहार के विभिन्न जिलों में अलर्ट जारी
मृतक की पहचान लड़वार वाड़ा वार्ड नंबर 1 के निवासी मोहम्मद असलम की 10 वर्षीय पुत्री रहीमा खातून और मरहूम मोहम्मद जाकिर की 11 वर्षीय पुत्री मुस्कान परवीन के रूप में हुई है. वहीं, घायल की पहचान मोहमद मौजिम की पुत्री रानी के रूप में हुई है. घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि रहीमा खातून और मुस्कान परवीन अपने भतीजी रानी के साथ बागवारा मौजे में जलावन के लिए पत्ता चुनने गई थी. इसी क्रम में वज्रपात हो गया, जिसमें उक्त सभी बच्ची चपेट में आ गए.
इस वज्रपात की चपेट में आने से रहीमा खातून और मुस्कान परवीन का मौके पर ही मौत हो गई. जबकि भतीजी रानी गंभीर से घायल हो गई. जिसे परिजनों के सहयोग से इलाज हेतु निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया है. घटना की सूचना मिलते ही संघौल सहायक थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम लिए भेज दिया है.
बता दें कि बिहार में इन दिनों मौसम का मिसाज बदला हुआ है. कई जिलों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है तो कहीं भारी वर्षा भी हो रही है. वहीं, आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से बिहार में भारी बारिश (Heavy Rain In Bihar) और वज्रपात को लेकर चेतावनी और अलर्ट जारी किया गया है. ऐसे में छोटे बच्चों का घर से बाहर निकलकर बारिश में खेलना खतरे से बाहर नहीं है. आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से घर से बाहर न निकलने की अपील की है.
जानें... क्यों गिरती है बिजली?जब बादल में मौजूद हल्के कण ऊपर चले जाते हैं और पॉजिटिव चार्ज हो जाते हैं. भारी कण नीचे जमा होते हैं और निगेटिव चार्ज हो जाते हैं. जब पॉजिटिव और निगेटिव चार्ज अधिक हो जाता है, तब उस क्षेत्र में इलेक्ट्रिक डिस्चार्ज होता है. अधिकतर बिजली बादल में बनती है और वहीं खत्म हो जाती है, लेकिन कई बार यह धरती पर भी गिरती है. आकाशीय बिजली इलेक्ट्रिकल डिस्चार्ज होती है. आकाशीय बिजली में लाखों-अरबों वोल्ट की ऊर्जा होती है. बिजली में अत्यधिक गर्मी के चलते तेज गरज होती है. बिजली आसमान से धरती पर 3 लाख किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से गिरती है.
वज्रपात के दौरान बरतें सावधानी:
- आसमान में अंधेरा छा जाये और तेज हवा हो तो सतर्क हो जायें
- यदि आप गड़गड़ाहट सुनते हैं तो समझ लें कि वज्रपात होने वाला है.
- जब तक बिल्कुल आवश्यक न हो बाहर न निकलें.
- यदि संभव हो तो यात्रा से बचें.
- साइकिल, मोटर साइकिल, ट्रैक्टर आदि वाहनों से नीचे उतर जाएं, यह बिजली को आकर्षिक कर सकते हैं .
- अपने घर के खिड़कियों और दरवाजों को बंद कर दें.
- बच्चों का रखें खास ध्यान
- बिजली के उपकरण को बंद कर दें.
- वज्रपात होने पर धातु के औजार जैसे कुदाल, कुल्हाड़ी, छाता, धातु का झूला, धातु की कुर्सी, छाते, कैंची, चाकू आदि जैसी धातु की वस्तुओं से निकटता से बचे.
- वज्रपात होने पर दोनों पैरों और घुटनों को मोड़कर फर्श पर बैठ जाए.
- कान दोनों हाथों से बंद कर लें, इससे सुरक्षित रहेंगे.
यह भी पढ़ें -कैमूर में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से महिला झुलसी