पटना: देश में कोरोना महामारी को लेकर लॉकडाउन है. ऐसे में डॉक्टर और पुलिसकर्मी कोरोना योद्धाओं के रूप में काम कर रहे हैं. इसी को लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय ने अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे पुलिस के जवानों को सम्मानित करने का निर्णय लिया है. साथ ही भष्ट अफसरों पर कार्रवाई की भी कही जा रही है.
बिहार पुलिस मुख्यालय ने बिहार के 1100 थानेदारों की कुंडली खंगालने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. बिहार में एक-एक थानेदार की रिपोर्ट खंगाली जा रही है. भ्रष्ट और बदनाम अफसरों को जांच के बाद एक मौका दिया जाएगा. इसके बाद अगर नहीं सुधरेंगे तो फिर भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
थानेदारों को किया जाएगा सम्मानित
बिहार में 1500 से अधिक थाने और ओपी हैं. इनमें थानेदारों की संख्या करीब 1100 है. मुख्यालय का ये कहना है कि पुलिस के खिलाफ बढ़ती नकारात्मक धारणा में सुधार किया जाए. जनता के बीच पुलिस के मानवीय चेहरे को उभारा जाए, खासकर महिलाओं, बच्चों और अन्य कमजोर वर्ग में जागरुकता पैदा की जाए. वहीं, जिले से आई रिपोर्ट के मूल्यांकन की जिम्मेदारी पुलिस मुख्यालय स्तर पर डीजी टीम को दी गई है. साथ ही अच्छा काम करने वाले थानेदारों को प्रदेश स्तर पर सम्मानित किया जाएगा.
थानेदारों की छवि का होगा मूल्यांकन
बता दें कि एक दो नहीं बल्कि 3 माध्यम से थानेदारों की छवि का मूल्यांकन कराया जाएगा. इसके आधार पर प्रत्येक जिले से पांच उम्दा और पांच लचर काम करने वाले थानेदारों को चिन्हित किया जाएगा. 5 पैमाने पर मॉनिटरिंग रिपोर्ट बनाने का निर्देश दिया गया है. इनमें पुलिस महकमे के अलावा दो अन्य माध्यमों को जिम्मेदारी दी गई है. मूल्यांकन में मुख्य रूप से एक करोना संकट के दौरान पुलिस की सामाजिक सरोकार से संबंधित सभी विषयों पर विशेष फोकस रहेगा.