बेगूसराय : एक बार फिर पुलिस का क्रूर चेहरा देखने को मिला. जहां शराब के नाम पर पुलिस कर्मियों ने युवक को मारपीट कर अस्पताल पहुंचा दिया. घायल का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. घटना रतनपुर थाना क्षेत्र के पटेल चौक की है. मामले में एसपी ने कहा कि जांच के बाद दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी.
बिहार पुलिस की दादागिरी
घायल युवक की पहचान पटेल चौक निवासी दिलीप पासवान का पुत्र करण कुमार के रूप में की गई है. बताया जाता है कि करण कुमार अपने चार दोस्तों के साथ घर के पीछे खाली मैदान के पास बैठा हुआ था. उसी दौरान रतनपुर थाने की टाइगर मोबाइल पुलिस वहां पहुंची. पुलिस को देखते ही सभी वहां से भागने लगे. लेकिन करण कुमार उसी जगह खड़ा रह गया. टाइगर मोबाइल के जवानों ने करण से पूछा कि तुम यहां क्या कर रहे हो. जिस पर करण ने बताया कि यहां मेरा घर है इसलिए यहां पर खड़ा हैं.
पुलिस वाले हैं तो गुंडागर्दी करेंगे क्या?
इतना सुनते ही आगबबूला होकर टाइगर मोबाइल पुलिस ने उसे जबरन वहीं पर पीटना शुरू कर दिया. फिर वहां से उठाकर दूसरी जगह पर ले जाकर उसकी बेरहमी से पिटाई की. इस दौरान पुलिस वाले ने कहा उससे जबरन पूछना शुरू किया कि बताओ यहां कहां-कहां शराब की बिक्री होती है. पीड़ित युवक ने बताया कि उसे कुछ नहीं पता है. जिसके बाद उसकी फिर से जमकर पिटाई की गई. पुलिस कर्मियों की इस पिटाई से युवक के पूरे शरीर पर जख्म के गहरे निशान मौजूद हैं.
जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन
पीड़ित के परिजनों ने बताया कि पिटाई के बाद पुलिस वाले गंभीर हालत में उसे घर पर छोड़कर फरार हो गए. जिसके बाद उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. पीड़ित ने बताया कि शराब पीने के आरोप में पुलिस कर्मियों ने पिटाई की है. पीड़ित युवक की मां का आरोप है कि मेरा बेटा घर के पीछे में बैठा था. जिसे टाइगर मोबाइल के जवान जबरन उठकर ले गए और उसकी जमकर पिटाई की. जिस तरीके से शराब के नाम पर एक युवक को उठाकर ले जाया गया और बेरहमी से पुलिस ने पिटाई की. इससे एक बार फिर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा होता है .वहीं एसपी ने जांच के बाद पुलिस कर्मी पर कार्रवाई का भरोसा दिया है.